योगेश कुमार सोनी का ब्लॉग: युवाओं का काल बनता धूम्रपान

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: May 31, 2019 05:11 AM2019-05-31T05:11:07+5:302019-05-31T05:11:07+5:30

बिहार में विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करते ही मुख्यमंत्नी नीतीश कुमार ने राज्य में शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया था जिस वजह से शराब से होने वाली मौतों व घरों में रोजाना होने वाले लड़ाई-झगड़ों में बड़े स्तर पर गिरावट आई थी. इसी तर्ज पर पूरे देश में तंबाकू पर प्रतिबंध लगाने की जरूरत है.

Yogesh Kumar Soni Blog: tobacco and Smoking becoming death for Youth | योगेश कुमार सोनी का ब्लॉग: युवाओं का काल बनता धूम्रपान

प्रतीकात्मक तस्वीर।

योगेश कुमार सोनी

हर वर्ष 31 मई को तंबाकू निषेध दिवस के रूप में मनाया जाता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के सदस्य देशों ने वर्ष 1987 से इसे मनाने का निर्णय लिया था. आंकड़े बताते हैं कि हमारे देश में करीब 2739 लोग तंबाकू व तंबाकूजनित उत्पादों के कारण कैंसर व अन्य बीमारियों की वजह से प्रतिदिन दम तोड़ देते हैं.

वायस ऑफ टोबेको विक्टिम्स के पैट्रन व कैंसर सर्जन का कहना है कि दुनिया में कार्डियो-वैस्क्युलर से होने वाली मौत और अक्षमता की रोकथाम के लिए तंबाकू पर रोक सबसे कारगर है. इसके अलावा धूम्रपान से हृदय रोग का खतरा बढ़ता है. साथ ही तंबाकू का धुआं रहित रूप भी समान रूप से हानिकारक है.

ग्लोबल एडल्ट तंबाकू सर्वेक्षण  के अनुसार भारत में धुआं रहित तंबाकू का सेवन धूम्रपान से कहीं अधिक है. आंकड़ों के मुताबिक इस समय 19 फीसदी पुरुष, 2 फीसदी महिलाएं और 10.7 फीसदी वयस्क धूम्रपान करते हैं, जबकि 29.6 फीसदी पुरुष, 12.8 फीसदी महिलाएं और 21.4 फीसदी वयस्क धुआं रहित तंबाकू का सेवन करते हैं. 19.9 करोड़ लोग धुआं रहित तंबाकू का उपयोग करते हैं जिनकी संख्या सिगरेट या बीड़ी का उपयोग करने वाले 10 करोड़ लोगों से कहीं अधिक हैं. युवाओं में नशे की लत का बढ़ना बेहद गंभीर मुद्दा बनता जा रहा है.

बिहार में विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करते ही मुख्यमंत्नी नीतीश कुमार ने राज्य में शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया था जिस वजह से शराब से होने वाली मौतों व घरों में रोजाना होने वाले लड़ाई-झगड़ों में बड़े स्तर पर गिरावट आई थी. इसी तर्ज पर पूरे देश में तंबाकू पर प्रतिबंध लगाने की जरूरत है.

लोगों को लुभाने के लिए रोजाना नए तरीके के सिगरेट मार्केट में आ रहे हैं जिससे युवा प्रभावित हो जाते हैं. पिछले दो दशकों में महिलाओं में भी धूम्रपान का दायरा बढ़ा है. इस वजह से महानगरों में दस में से एक युवती को मां बनने में समस्या आ रही है.  इसलिए जरूरी है कि तंबाकू से स्वयं भी बचें और अपने आसपास के लोगों को भी इससे बचने के लिए प्रेरित करें.

Web Title: Yogesh Kumar Soni Blog: tobacco and Smoking becoming death for Youth

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