प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रवांडा को 200 गायें गिफ्ट किया। सोशल मीडिया में ये 200 गायें राहुल गांधी की झप्पी से ज्यादा पॉपुलर हो रही हैं। अच्छा पीएम मोदी कहां से पाए होंगे 200 गायें? वाराणसी से या गुजरात से? गायें दुधारू हैं या सड़क पर जाम लगाने वाली हैं। हमारे पीएम का अर्थशास्त्र इतना मजबूत तो है कि वो अपनी दुधारू गायें रवांडा वालों को देंगे नहीं।
सोशल मीडिया में एक महाशय का कंसर्न बड़ा जेनुइन लगा। वे जानना चाहते थे कि गायें फ्लाइट से रवांडा भेजी गई हैं या समुद्र मार्ग से। फिर इनका टिकट किस कैटगरी में लिया गया होगा? देखिए सवालों पर जाएंगे तो पीएम मोदी साध लेंगे चुप्पी। वे बस अपने मन की बोलते हैं। इसलिए हमी आपको बता देते हैं, कि पीएम ने रवांडा वालों को गऊ माता पूजा करने के लिए दिया है दूध पीने के लिए?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रवांडा के राष्ट्रपति काग्मे के फ्लैगशिप 'ग्रिरिन्का' प्रोग्राम के लिए भारत की ओर से एक तोहफा दिया है। 200 गायें। सोशल मीडिया पर चर्चा पर है कि अब रवांडा में भी मोदी चुनाव जीत जाएंगे। लेकिन कुछ लोगों को लोगों को यह डर सता रहा है हमारी गायें विदेशी ना हो जाएं। नहीं तो बाबा रामदेव उनका विरोध कर देंगे। दिग्विजय सिंह ने भी सवाल उठा दिया है कि पीएम मोदी गिफ्ट तो कर हरे हैं कि गायें खाने की प्लेट में ना पहुंच जाएं?
लेकिन हम सब जानते हैं, हमारे पीएम यूं ही कोई कदम नहीं उठाते। उन्होंने गायें क्यों गिफ्ट की हैं, ये बात लोगों को मालूम नहीं है। दरअसल, रवांडा में साल 2006 में एक स्कीम लॉन्च हुई, ग्रिरिन्का। इसमें 'एक गरीब परिवार के लिए गाय' का लक्ष्य रखा गया था। ताकि सभी गरीब परिवारों के लिए दूध की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके। इससे करीब 3.5 लाख परिवारों को फायदा हुआ है। पीएम मोदी ने इसी योजना को बल देने के लिए रवांडा को 200 गायें गिफ्ट की हैं। ये गायें 200 घरों तक पहुंचेंगी। लेकिन बड़ा खुलासा ये नहीं है। बड़ा खुलासा ये है कि...
पीएम मोदी भारत गाय लेकर रवांडा नहीं गए हैं। ये गायें रवांडा की हैं। इन्हें वहीं से भारतीय सरकार ने चुना है। और फिर वहीं गिफ्ट कर दिया। इससे पहले ही उन्होंने रवांडा के लिए 20 करोड़ डॉलर के कर्ज की पेशकश भी कर दी थी। अब पीएम मोदी वापस आएं तो पता चले कि रवांडा की गायें राजस्थान की गायों की जैसी हैं, गुजरात की?