वेदप्रताप वैदिक का ब्लॉगः कोरोना के लिए जनप्रतिनिधि घर-घर जाएं
By वेद प्रताप वैदिक | Published: March 30, 2020 12:12 PM2020-03-30T12:12:01+5:302020-03-30T12:12:01+5:30
देश के प्रधानमंत्नी और मुख्यमंत्रियों से भी अपेक्षा है कि वे देश की सभी पंचायतों, नगरपालिकाओं, नगर निगमों और विधानसभाओं के सदस्यों से कहें कि वे अपने-अपने निर्वाचन-क्षेत्नों में जाएं और हर घर को मुफ्त राशन बंटवाएं. वे हर घर पर जैसे वोट लेने जाते हैं, वैसे ही अब अन्न देने जाएं.
बुद्धिजीवियों तथा राजनेताओं ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों से अपील की कि जो लाखों दिहाड़ी मजदूर, कर्मचारी और खुदरा विक्रेता अपने गांवों की तरफ भाग रहे हैं, उन्हें वे यात्ना की सुविधा दें. उन्होंने इसकी तुरंत व्यवस्था की. उन्हें किन शब्दों में धन्यवाद दिया जाए. सभी मुख्यमंत्रियों से यह भी अपेक्षा है कि वे ये तो कहते रहें कि लोग शहर छोड़कर गांवों की तरफ कूच न करें लेकिन फिर भी वे लोगों को अपने ठिकानों पर पहुंचाने की पूरी तैयारी करें. सबको अपनी जान प्यारी है. जो भी आवश्यक सावधानी है, उसका वे ध्यान अपने आप रखेंगे. उन्हें डंडे के जोर से डराया न जाए.
देश के प्रधानमंत्नी और मुख्यमंत्रियों से भी अपेक्षा है कि वे देश की सभी पंचायतों, नगरपालिकाओं, नगर निगमों और विधानसभाओं के सदस्यों से कहें कि वे अपने-अपने निर्वाचन-क्षेत्नों में जाएं और हर घर को मुफ्त राशन बंटवाएं. वे हर घर पर जैसे वोट लेने जाते हैं, वैसे ही अब अन्न देने जाएं.
दिल्ली में मुख्यमंत्नी केजरीवाल हर घर को 7.50 किलो राशन बंटवा रहे हैं. जिस घर को नहीं लेना है, वह राशन न ले. लेकिन गांवों में, कस्बों में और शहरों में किसी भी नागरिक को भूखे नहीं मरने देना है. सब घरों में अगले दो हफ्ते का राशन जरूर पहुंच जाए. मुङो पूरा विश्वास है कि हमारे हजारों वर्षो से चले आ रहे घरेलू नुस्खों के दम पर हम इस महामारी पर जल्दी ही काबू पा लेंगे. ये नुस्खे चाहे कोरोना का सीधा इलाज न करें लेकिन वे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को काफी बढ़ा देते हैं.
पिछले एक सप्ताह से मैं लगभग रोज इस मुद्दे पर जोर दे रहा हूं.
मुझे खुशी है कि प्रधानमंत्नी नरेंद्र मोदी ने प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्यो की बैठक बुलाई थी. हमारे नुस्खों का फायदा सारे विश्व को मिलना चाहिए.
यह भारत दानवीरों का देश है. यह बात इस संकट के समय सिद्ध हो रही है. देश के सेठों ने अपनी तिजोरियां खोल दी हैं. छोटे-मोटे शहरों में वे सैकड़ों-हजारों लोगों के मुफ्त भोजन की व्यवस्था कर रहे हैं. दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा के 11 करोड़ सदस्यों का विशेष दायित्व है कि वे कोरोना-युद्ध में भारत को विजयी बनाएं.