ब्लॉग: जेपी नड्डा की इस बात के लिए होनी चाहिए तारीफ, दूसरे दल के नेता भी अपनाएं उनकी नसीहत
By वेद प्रताप वैदिक | Published: February 20, 2023 10:22 AM2023-02-20T10:22:41+5:302023-02-20T10:24:40+5:30
जेपी नड्डा ने अपने सांसदों को चेताया है. नड्डा ने पार्टी के सभी सांसदों के साथ ऑनलाइन बैठक में स्पष्ट शब्दों में यह निर्देश दिया है कि वे धार्मिक और विवादास्पद मुद्दों पर बयान न दें.
भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के हालिया बयान पर लोगों का बहुत ज्यादा ध्यान नहीं गया है लेकिन वह बहुत महत्वपूर्ण है. नड्डा सत्तारूढ़ पार्टी के अध्यक्ष हैं और जिस मुद्दे पर उन्होंने भाजपा को संबोधित किया है, वह मुद्दा उन सब मुद्दों से ज्यादा महत्वपूर्ण है, जो देश के अन्य नेतागण उठा रहे हैं. वह मुद्दा है- धार्मिक मुद्दों पर बयान का! कई अन्य मुद्दों पर भी आजकल जमकर तू-तू--मैं-मैं का दौर चल रहा है लेकिन वे सब तात्कालिक मुद्दे हैं. जिस मुद्दे की तरफ भाजपा अध्यक्ष नड्डा ने इशारा किया है, उसका भारत के वर्तमान से ही नहीं, भविष्य से भी गहरा संबंध है.
यदि भारत में सांप्रदायिक विद्वेष फैल गया तो इसके चिंताजनक परिणाम हो सकते हैं. इसलिए नड्डा ने अपने सांसदों को चेताया है. जेपी नड्डा ने पार्टी के सभी सांसदों के साथ ऑनलाइन बैठक में इस तरह की बयानबाजी पर सख्त नाराजगी जाहिर करते हुए स्पष्ट शब्दों में पार्टी सांसदों को यह निर्देश दिया है कि वे धार्मिक और विवादास्पद मुद्दों पर बयान न दें. उन्होंने कहा कि इस तरह के मुद्दों पर अगर जरूरत पड़ी तो पार्टी की तरफ से अधिकृत प्रवक्ता ही बयान देंगे.
भाजपा के अध्यक्ष ने अपने सांसदों को जो सबक दिया है, वह सभी पार्टियों के नेताओं पर भी लागू होता है. आजकल बेसिर-पैर की बात करनेवाले बाबाओं की खुशामद में किस पार्टी के नेता शीर्षासन करते हुए दिखाई नहीं पड़ रहे हैं? चुनावों का दौर शुरू हो गया है. इसीलिए थोक वोट पाने के लिए जो भी तिकड़म मुफीद हो, नेता लोग उसे आजमाने लगते हैं. भाजपा अध्यक्ष ने अपने सांसदों को जो चेतावनी इस दौर में दी है, उसके लिए वे सराहना के पात्र हैं.