राहुल शर्मा, नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव 2024 में दिल्ली भाजपा के प्रत्याशी सात-शून्य से जीतकर हैट्रिक बनाने में कामयाब रहे। लगातार तीसरी बार लोकसभा चुनाव में भाजपा के सातों प्रत्याशी भारी मतों से विजयी रहे। खास बात यह रही कि पिछले दो लोकसभा चुनाव में जहां कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी अलग-अलग चुनाव लड़े थे, इस बार गठबंधन के चलते कांग्रेस और आप ने मिलकर चुनाव लड़ा। कांग्रेस के तीन और आप के चार प्रत्याशी भाजपा उम्मीदवारों के समक्ष चुनाव मैदान में उतरे हुए थे।
दिल्ली की जनता ने एक बार फिर से मोदी सरकार और भाजपा प्रत्याशियों पर भरोसा जताया
ऐसे में भाजपा प्रत्याशियों के लिए गठबंधन के समक्ष चुनाव लड़ना चुनौतीपूर्ण था, लेकिन भाजपा इस चुनौती को पार करने में खरी उतर गई। भाजपा ने हैट्रिक लगाकर साफ कर दिया कि गठबंधन का भाजपा प्रत्याशियों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा और दिल्ली की जनता ने एक बार फिर से मोदी सरकार और भाजपा प्रत्याशियों पर भरोसा जताया है।
शनिवार 25 मई को हुए मतदान ने मंगलवार को मतगणना के बाद दिल्ली भाजपा का मंगल कर दिया। दिल्ली में लोकसभा 2024 का चुनाव पूर्व में हुए 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव से भिन्न था क्योंकि दिल्ली में जहां लगातार आप की सरकार सत्ता में रही, वहीं केन्द्र में भाजपा नीत सरकार रही, लेकिन यह पहली बार था कि गठबंधन के चलते कांग्रेस और आप ने तीन-चार सीटों पर आपसी सहमति से चुनाव लड़ने का निर्णय लिया। ऐसे में तय था कि कांग्रेस और आप दोनों ही कैडर के वोट गठबंधन के प्रत्याशी को मिलने तय थे।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का जेल जाना और चुनाव प्रचार के दौरान अंतरिम जमानत पर बाहर आना
इस बीच आप कांग्रेस से वरिष्ठ नेता, पदाधिकारियों का भाजपा में शामिल होने का क्रम भी जारी रही, लेकिन भाजपा के छह प्रत्याशी क्योंकि इस बार चुनाव मैदान में नये थे, ऐसे में जीत का राह मजबूत होने के बाद भी कुछ डगमगाती दिखाई दे रही थी। इस बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का जेल जाना और चुनाव प्रचार के दौरान अंतरिम जमानत पर बाहर आना, ऐसे अनेक कारण बने।
जिनकी वजह से भाजपा कार्यकर्ता से लेकर पार्टी के शीर्ष नेताओं को इस बात की फिक्र रहती थी कि कहीं सात-शून्य से जीत का गणित बिगड़ न जाए। इस दौरान एग्जिट पोल के दौरान गठबंधन को दिल्ली में एक सीट देने की बात भी जोर पकड़ रही थी, लेकिन मंगलवार को चुनाव परिणाम ने सभी प्रकार की आशंकाओं पर विराम लगा दिया कि जब दिल्ली के सातों भाजपा प्रत्याशी भारी मतों से जीतने में सफल रहे और दिल्ली भाजपा के लिए मंगलवार का दिन मंगलकारी रहा।