ब्लॉग: समुद्र में बदलती सुरक्षा चुनौतियों का सामना करता तटरक्षक बल
By लोकमत समाचार सम्पादकीय | Published: February 1, 2024 10:31 AM2024-02-01T10:31:38+5:302024-02-01T10:32:55+5:30
प्रतिवर्ष 1 फरवरी को भारतीय तटरक्षक (इंडियन कोस्ट गार्ड) का स्थापना दिवस मनाया जाता है। भारतीय तटरक्षक बल भारत की सबसे छोटी सशस्त्र सेना है, हालांकि यह दुनिया का चौथा सबसे बड़ा तटरक्षक बल है।
देश की समुद्री सीमाओं की सुरक्षा से लेकर समुद्र में राहत और बचाव कार्यों तक की जिम्मेदारी देश के तटरक्षक संभालते हैं। समुद्र में भारत के राष्ट्रीय क्षेत्राधिकार के अंदर राष्ट्रीय विधियों को लागू करते हुए जीवन तथा संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 1 फरवरी 1977 को भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) की स्थापना एक नई सेवा के तौर पर हुई थी। प्रतिवर्ष 1 फरवरी को भारतीय तटरक्षक (इंडियन कोस्ट गार्ड) का स्थापना दिवस मनाया जाता है और आज पूरा देश भारतीय तटरक्षक बल के 48वें स्थापना दिवस के अवसर पर तटरक्षक के 47 वर्ष के गौरवमयी सफर का जश्न मना रहा है।
केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा भारत के जलीय एवं अनन्य आर्थिक क्षेत्र की निगरानी हेतु भारतीय नौसेना से स्थानांतरित दो पोतों और पांच गश्ती नौकाओं के साथ 1 फरवरी 1977 से अंतरिम तटरक्षक बल के गठन का निर्णय लिया गया था। हालांकि तटरक्षक अधिनियम, 1978 के तहत एक स्वतंत्र सशस्त्र बल के रूप में औपचारिक रूप से भारतीय तटरक्षक बल का उद्घाटन 19 अगस्त 1978 को भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई द्वारा किया गया था।
भारतीय तटरक्षक बल भारत की सबसे छोटी सशस्त्र सेना है, हालांकि यह दुनिया का चौथा सबसे बड़ा तटरक्षक बल है। तटरक्षक समुद्र में किसी भी तरह के खतरे के खिलाफ सबसे तेजी से सक्रिय होते हैं, जो समंदर में न केवल आतंकी गतिविधियों से लेकर नशीले पदार्थों के कारोबार तक के विरुद्ध एक मजबूत दीवार खड़ी करते हैं बल्कि समुद्र में मदद की भूमिका भी निभाते हैं। इसी साल 12 जनवरी को भारतीय तटरक्षक बल ने 12 घंटे लंबे ऑपरेशन के बाद केरल के पोन्नानी से तट से 22 मील दूरी पर अरब सागर में 12 मछुआरों की जान बचाई थी, साथ ही एक आईएफबी संजू (नाव) को भी डूबने से बचाया था।
मछुआरों की जान बचाने के लिए भारतीय तटरक्षक बल द्वारा तीन तटरक्षक जहाज (आईसीजीएस आर्यमन, सी-404 और सी-144) तथा 01 आईसीजी ध्रुव हेलिकॉप्टर को लगाया गया था। भारतीय तटरक्षक बल ने अभी तक कुल 11516 लोगों की जान बचाई है अर्थात् इसने अपने स्थापना के हर दूसरे दिन एक व्यक्ति की जान बचाई है और अपने आविर्भाव से अब तक 1200 करोड़ रुपए से भी ज्यादा कीमत की विभिन्न निषिद्ध वस्तुओं को जब्त किया है। भारतीय तटरक्षक बल समुद्र में बदलती सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने के साथ-साथ आर्थिक विकास सुनिश्चित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। निरंतर बढ़ती समुद्री चुनौतियों का मुकाबला करने और नापाक तत्वों के प्रभावी प्रतिरोध के रूप में कार्य करने के लिए तटरक्षक बल ने विगत एक दशक के दौरान बुनियादी ढांचे और नए मंचों को शामिल करने के मामले में तेजी से वृद्धि की है।