सर्कुलर रोड वाले बंगले में जब भी शिफ्ट हुए सीएम नीतीश, बिहार में सरकार भी शिफ्ट होती रही!
By विवेकानंद शांडिल | Published: April 24, 2022 07:12 PM2022-04-24T19:12:39+5:302022-04-24T19:14:20+5:30
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बिहार विधान सभा अध्यक्ष विजय सिन्हा के बीच तीखी नोकझोंक हुई थी, जिससे राज्य में जदयू-भाजपा गठबंधन में दरार की बात को हवा मिल रही है।
बिहार में इन दिनों सियासत गर्म है। वैसे तो साल 2020 में जब नीतीश कुमार ने 7वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी तभी से ये कयास बार बार लगाए जा रहे कि बिहार में नीतीश सरकार कभी भी गिर सकती है। लेकिन बीते महीने से ही इन कयासों को और भी बल दे रही हाल की ये कुछ घटनाएं।
जदयू - बीजेपी में चल रही खटपट
बीते महीने से ही जदूय और बीजेपी में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा। इसकी बानगी बिहार विधानसभा के एक सत्र में देखने को मिली थी। जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बिहार विधान सभा अध्यक्ष विजय सिन्हा के बीच तीखी नोकझोंक हुई थी, जिससे राज्य में जदयू-भाजपा गठबंधन में दरार की बात को हवा मिल रही है। सदन में सीएम नीतीश कुमार ने स्पीकर विजय सिन्हा से यहां तक कह दिया, 'यह सदन चलाने का तरीका नहीं है।
राबड़ी देवी की इफ्तार पार्टी में नीतीश का जाना
बिहार विधान परिषद की सदस्य व पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी द्वारा अपने पटना स्थित आवास पर शुक्रवार को इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया जिसमें शरीक हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने सुरक्षाकर्मियों के साथ राबड़ी के आवास से महज कुछ दूर स्थित निवास से पैदल ही चलकर आए। इस दौरान लालू परिवार द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश का गर्मजोशी से स्वागत हुआ। तस्वीर बिहार में सत्ता परिवर्तन के कयास को बल दे रही है।
लालू को बेल मिलना
जिस वक्त राबड़ी देवी अपने आवास पर इफ्तार पार्टी में आने वाले मेहमानों के स्वागत के लिए खड़ी थी उसी वक्त चारा घोटाले के डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी के मामले में सजा काट रहे राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को बड़ी राहत मिली है।
झारखंड हाईकोर्ट ने लालू यादव को 10 लाख के निजी मुचलके पर जमानत दे दी है। फिलहाल लालू जेल से बाहर हैं। लालू जोड़ - तोड़ की राजनीति के माहिर खिलाड़ी रहे हैं। जिस प्रकार का राष्ट्रीय जनतांत्रिक गटबंधन को बिहार में मैनडेट है उस मैनडेट को तोड़ना जोड़-तोड़ की राजनीति में माहिर लालू जैसे राजनीतिज्ञों के लिए बेहद आसान काम है।
नीतीश का मुख्यमंत्री आवास छोड़, सर्कुलर रोड स्थित आवास जाना
बिहार में सियासी हलचल तेज होने के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक अणे मार्ग स्थित अपना सरकारी और आधिकारिक आवास छोड़ दिया है। नीतीश कुमार सर्कुलर रोड स्थित नए बंगले में शिफ्ट हो गए हैं। खबर है कि मुख्यमंत्री अगले तीन-चार महीने तक सात सर्कुलर रोड आवास में रहेंगे। एक अणे मार्ग में मेंटेनेंस का काम होना है। मेंटेनेंस के बाद रंगाई-पुताई होनी है। वहीं मुख्यमंत्री कार्यालय एक अणे मार्ग से ही चलता रहेगा।
जब - जब सर्कुलर रोड वाले बंगले में शिफ्ट हुए नीतीश, बिहार में बदल गई है सरकार
बता दें कि नीतीश सात सर्कुलर रोड स्थित बंगले में पहले भी रह चुके हैं. साल 2014 में जब उन्होंने जीतन राम मांझी को मुख्यमंत्री बनाया था तो इसी बंगले में शिफ्ट हुए थे. वहीं 2015 में इसी बंगले में रहकर नीतीश ने लालू के साथ महागठबंधन बनाया और विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत हासिल की. यहीं उनकी और प्रशांत किशोर की जोड़ी बनी थी.