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स्वास्थ्य के लिए देश में स्वस्थ भारत अभियान की जरूरत, शरीर की चुस्ती-फुर्ती बनाए रखना अहम

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: June 2, 2025 05:16 IST

खानपान की शैली से संभव किया जा सकता है. हालांकि युवा पीढ़ी में आजकल योग तथा जिम के प्रति क्रेज भी बढ़ रहा है जो कि अच्छी बात है.

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ठळक मुद्देशरीर में बढ़ती चर्बी को कम करने के साथ-साथ कंट्रोल भी किया जा सकता है.डाॅक्टर आज के समय में बहुत ज्यादा सतर्क हैं.डाॅक्टरों का मानना है कि मोटापा बढ़ने के पीछे कई कारण हैं.

शरीर की चुस्ती-फुर्ती बनाए रखना आज के जमाने में बहुत जरूरी है. पहले के समय में और आज के समय में जहां तक जीवनशैली की बात है, बहुत परिवर्तन आ चुका है. आज लोग खुद को बहुत ज्यादा तनाव में पाते हैं. बचपन से लेकर बुढ़ापे तक तनाव के अलग-अलग रूप हैं लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि जिस भारत देश में दुनिया की तुलना में सबसे ज्यादा युवा हों वहां उन्हीं युवाओं के बीच या बच्चों के बीच या महिलाओं के बीच मोटापा भी बढ़ रहा है. देश के स्वास्थ्य मंत्रालय के अंतर्गत भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण अर्थात एफएसएसएआई ने पूरे देशवासियों से मोटापे की बढ़ती समस्या के बारे में जागरूक बनने की अपील भी जारी की है. मेरा व्यक्तिगत तौर पर मानना है कि मोटापा सचमुच एक बड़ी समस्या है लेकिन शरीर में बढ़ती चर्बी को कम करने के साथ-साथ कंट्रोल भी किया जा सकता है.

यह सब अपने खानपान की शैली से संभव किया जा सकता है. हालांकि युवा पीढ़ी में आजकल योग तथा जिम के प्रति क्रेज भी बढ़ रहा है जो कि अच्छी बात है. हालांकि डाॅक्टर आज के समय में बहुत ज्यादा सतर्क हैं और वे लोगों को अलर्ट भी करते रहते हैं. डाॅक्टरों का मानना है कि मोटापा बढ़ने के पीछे कई कारण हैं.

ज्यादा खाना-पीना और ज्यादा चीनी का प्रयोग करना, इसके अलावा शारीरिक कसरत न करना भी मोटापे को खुला आमंत्रण है. मुझे आज भी याद है, जब हम स्कूल में पढ़ते थे तब पीटी ड्रिल का एक अलग पीरियड प्रतिदिन हुआ करता था जिसमें बच्चों को शारीरिक फिटनेस के तहत हल्के-फुल्के व्यायाम कराए जाते थे.

आज का समय पुरानी परंपराओं से बहुत आगे निकल आया है. आज दुनिया कम्प्यूटर को अंगीकार कर चुकी है. स्कूल से लेकर कॉलेज, यूनिवर्सिटी, घर से लेकर बाजार तक जीवन के हर क्षेत्र में मोबाइल का चलन बढ़ गया है. दु:ख इस बात का है कि छोटे बच्चों में मोबाइल के प्रति क्रेज इस कदर है कि वे कई-कई घंटे मोबाइल पर ही व्यस्त रहते हैं.

उनकी शारीरिक गतिविधियां कम हो रही हैं और सब कुछ मोबाइल पर केंद्रित होकर रह गया है.  इस कड़ी में मैं पिछले दिनों प्रधानमंत्री मोदी के मन की बात का उल्लेख करना चाहूंगी जिसमें उन्होंने बढ़ते मोटापे की समस्या पर चिंता जताई है और लोगों को तैलीय चीजों का सेवन सोच-समझकर करने की चेतावनी भी दी है.

आज भी खुद प्रधानमंत्री 74 की उम्र पार कर लेने के बाद भी बहुत फिट हैं. आजकल आईपीएल में धूम मचा रहे विराट कोहली, जो 36 की उम्र पार कर रहे हैं, की फिटनेस देखकर लगता है कि वह 23-24 साल के युवा हों. इतना ही नहीं 40 पार के महेंद्र सिंह धोनी भी अभी तक खेल रहे हैं और उनका फिटनेस लेवल भी कमाल का है.

ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग या 70 की उम्र पार कर चुके सुनील गावस्कर अभी तक फिट नजर आते हैं. कहने का मतलब यह है कि शारीरिक कसरत करते रहो और फिट रहो. मेरी तो इच्छा है कि स्वास्थ्य मंत्रालय हेल्दी इंडिया अर्थात स्वस्थ भारत अभियान चलाकर लोगों को प्रात:कालीन सैर और शारीरिक कसरत के लिए जागरूक करे तो यह देश के लिए बहुत अच्छा होगा. अगर देश में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान हिट हो सकता है तो हेल्दी इंडिया अभियान भी हिट हो सकता है.  

टॅग्स :फिटनेस टिप्सफिट इंडिया अभियान
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