ब्लॉग: मधुमेह का महामारी की तरह बढ़ना चिंताजनक
By ऋषभ मिश्रा | Published: June 26, 2023 10:27 AM2023-06-26T10:27:00+5:302023-06-26T10:28:36+5:30
आइसीएमआर का सर्वे बताता है कि भारत में बीते 4 वर्षों में ही डायबिटीज के मरीजों की संख्या 44 फीसदी तक बढ़ गई है. यह आंकड़ा चिंता पैदा करने वाला है.
जिंदगी में कोई उम्र भर आपका साथ निभाए या न निभाए लेकिन डायबिटीज ने अगर एक बार आपका दामन थाम लिया तो फिर ये जीवन भर आपका पीछा नहीं छोड़ेगी. हमारी खराब जीवनशैली और खानपान की वजह से डायबिटीज अथवा मधुमेह की बीमारी आज घर-घर पहुंच चुकी है. ‘इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च’ (आईसीएमआर) के तजा सर्वे के अनुसार भारत में डायबिटीज के कुल मरीजों की संख्या 10 करोड़ को पार कर चुकी है.
आइसीएमआर का सर्वे बताता है कि भारत में बीते 4 वर्षों में ही डायबिटीज के मरीजों की संख्या 44 फीसदी तक बढ़ गई है. ऐसे लोग जिन्हें निकट भविष्य में डायबिटीज होने का खतरा है, उनकी तादाद तो और भी ज्यादा है.
सर्वे के अनुसार भारत में तकरीबन 13 करोड़ 30 लाख मरीज ऐसे हैं जो प्री-डायबिटिक हैं यानी कि जिन्हें आने वाले समय में डायबिटीज होने का पूरा खतरा है. हालांकि पहले ‘इंटरनेशनल डायबिटीज फेडरेशन’ ने वर्ष 2019 में ये अनुमान लगाया था कि वर्ष 2030 तक भारत में डायबिटीज के मरीजों की संख्या 10 करोड़ को पार कर जाएगी लेकिन इस डरावने आंकड़े को हम 7 वर्ष पहले ही पार कर चुके हैं और आज देश की करीब साढ़े ग्यारह प्रतिशत आबादी डायबिटीज का शिकार है.
अगर आप डायबिटीज के शुरुआती दौर में हैं तो पूर्ण रूप से डायबिटीज मुक्त भी हो सकते हैं. हाल ही में भारत में की गई एक रिसर्च में 18 से 60 साल के ऐसे 60 लोगों की डाइट को कंट्रोल किया गया और 45 मिनट रोजाना सैर करने के लिए कहा गया. ऐसा करीब तीन महीने तक किया गया. तीन महीने बाद इनमें से 33 फीसदी लोगों के ब्लड शुगर लेवल नॉर्मल आ चुके थे. यानी उनके अंदर डायबिटीज का खतरा पूरी तरह से टल चुका था.