शिक्षा क्षेत्र को बदल सकती है ब्लॉकचेन तकनीक 

By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: August 25, 2018 10:32 AM2018-08-25T10:32:33+5:302018-08-25T10:32:33+5:30

ब्लॉकचेन ऐसी तकनीक है जिसमें व्यक्तिगत, संस्थागत, समूह, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बहुत कुछ सीखा जा सकता है।

blockchain technology change the education system in India | शिक्षा क्षेत्र को बदल सकती है ब्लॉकचेन तकनीक 

शिक्षा क्षेत्र को बदल सकती है ब्लॉकचेन तकनीक 

डॉ. एस. एस. मंठा

शिक्षा संस्थानों में प्रवेश के मौसम में, अगले कुछ वर्षो तक अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए सही जगह खोजने की खातिर, छात्र ऐसे तनाव से गुजरते हैं, जिसे टाला जा सकता है। इस चुनौती के एक छोर पर उनके अंक होते हैं तो दूसरे छोर पर कहीं उचित जगह पर फिट बैठने की उनकी सामथ्र्य। कुछ इस प्रयास में सफल होते हैं, अपना मनपसंद कॉलेज पा जाते हैं तो कुछ को जो भी उपलब्ध होता है, उसी से समझौता करना पड़ता है। कई लोगों को प्रामाणिक जानकारी के अभाव में अपने सपनों को छोड़ना पड़ता है।

कॉलेज में कुछ दिनों बाद कुछ छात्रों को व्याख्यान पर्याप्त दिलचस्प नहीं लगते या उनकी रुचि कहीं और होती है या उन्हें महसूस होता है कि इस वातावरण में जितना भी मूल्य संवर्धन संभव है, वह उन्हें पहले ही हासिल हो चुका है। हालांकि कई लोग निर्थक लगते हुए भी, प्रणाली में लगे रहते हैं, डिप्लोमा या डिग्री हासिल करने की खातिर, ताकि उस नई दुनिया में उनका स्वागत हो, जहां जरूरी नहीं है कि वे फिट ही साबित होंगे। छात्र कई बार अपनी मातृभाषा में शिक्षा पाने के इच्छुक होते हैं, जबकि वह उन्हें अंग्रेजी में प्रदान की जाती है। एक अच्छी कैंटीन और खेल सुविधाएं प्रदान करने या बुनियादी सुविधाएं देने जैसे वादों को पूरा नहीं किया जाता है। छात्रों को मजबूरी में स्व-अध्ययन पर ही निर्भर रहना पड़ता है या कोचिंग संस्थानों पर पैसा खर्च करना पड़ता है।

पर्याप्त प्रयोगशालाओं के अभाव, गुणवत्ता वाले संकाय सदस्यों की कमी ने शैक्षिक परियोजनाओं की गिरावट में योगदान दिया है। ऐसे माहौल में छात्रों को यही लगता है कि वे आसान रास्ता खोजें और खुले बाजार से एकेडेमिक प्रोजेक्ट्स हासिल करें। अनेक परीक्षाओं के माध्यम से एकेडेमिक्स और उसके आगे की सारी कवायदें तय की जाती हैं, छात्रों को उसमें अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। इस प्रक्रिया में वे कई दस्तावेज एकत्र करते हैं जिनका पूरे पेशेवर करियर में उपयोग किया जाता है।

शिक्षा प्रणाली में शामिल सभी स्कूलों, कॉलेजों, संस्थानों, परीक्षा बोर्डो, व्यापार संघों, नियोक्ताओं - अर्थात सभी स्तरों पर समन्वित दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता है। इसके लिए सभी पक्षों को विश्वास में लेना जरूरी है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि शिक्षा प्रणाली ज्ञान के परिणामों को आंकने के बजाय छात्रों को प्रमाणपत्र हासिल करने, क्रेडिट और ग्रेड प्वाइंट औसत को बेहतर बनाने इत्यादि के लिए प्रेरित करती है। क्या कोई छात्र किसी संस्थान या विश्वविद्यालय के खिलाफ इसके लिए दावा ठोंक सकता है कि उसने अपने वादे पूरे नहीं किए हैं? किसी संस्थान द्वारा वादे पूरे नहीं करने को लेकर अदालत में जाना असंभव सा है। छात्र, जिनके लिए स्कूल की फीस वहन कर पाना ही कठिन हो जाता है, वकील की फीस कैसे वहन कर सकते हैं? ब्लॉकचेन इन समस्याओं को जादुई रूप से तो हल नहीं कर सकता, लेकिन अन्य क्षेत्रों की तरह यह इस क्षेत्र में भी समस्याओं के हल में प्रभावी योगदान दे सकता है।

तकनीकी रूप से, ब्लॉकचेन डिस्ट्रीब्यूटेड डाटाबेस होता है, जो कई कम्प्यूटरों में फैला होता है। इसमें शासन, अर्थव्यवस्था, व्यवसाय, संस्थानों और संगठनों के कामकाज को बदलने की क्षमता होती है। इसमें डाटाबेस का हर ब्लॉक पारदर्शी और टेम्पर-प्रूफ होता है। हर ब्लॉक में प्रत्येक ट्रांजेक्शन का रिकॉर्ड दर्ज होता है जो पक्का सबूत प्रदान करता है। तीसरे पक्ष पर निर्भर रहने के बजाय, इसका लेन-देन का तरीका दूसरों से बेहद आसान है। सरल शब्दों में कहें तो आप लेन-देन से बिचौलियों को अलग कर देते हैं।

इसका डाटाबेस सिंक्रनाइज और एनक्रिप्टेड होता है जिसे इसमें प्रवेश करने वाला हर कोई देख सकता है। इसमें सारी जानकारियां समय, तारीख और अन्य विवरण के साथ दर्ज  होती हैं, जो स्मार्ट एनालिटिक्स द्वारा सत्यापित होती हैं। यह जानकारियों को संभालने का एक अधिक कुशल, सुरक्षित और पारदर्शी तरीका है। यह नौकरशाही और प्रशासन के श्रम तथा समय की बड़े पैमाने पर बचत कर सकता है। ब्लॉकचेन की क्षमता के साथ इंटरनेट निश्चित रूप से सफलता का एक नया आयाम जोड़ देगा। 

कल्पना कीजिए कि यदि अधिकांश छात्र इस बात पर सहमत हों कि लेक्चर्स नहीं दिए गए हैं, तो किसी भी छात्र से शुल्क नहीं लिया जाएगा। तब छात्र वास्तव में विश्वविद्यालय द्वारा ईमानदारी से किए जाने वाले कार्यो का लाभ उठा सकेंगे। किसी भी मानक शैक्षणिक ई-गवर्नेस प्लेटफार्म पर उपलब्ध होने वाली ऐसी और अन्य सेवाएं ब्लॉकचेन का हिस्सा हो सकती हैं और  प्रदान की जाने वाली सेवाओं को आसानी से ट्रैक किया जा सकता है। पूरे नहीं किए जाने वाले वादों को सार्वजनिक मंचों पर ट्रैक किया जा सकता है और इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर जुर्माना किया जा सकता है। वादे पूरे नहीं होने पर एक ब्लॉकचेन स्वचलित रूप से छात्रों के खाते में क्षतिपूर्ति की राशि का भुगतान कर सकता है। क्या हम इस गेम चेंजर के लिए तैयार हैं?

विभिन्न स्रोतों से अनगिनत लोगों के अनुभवों को जानने के लिए ब्लॉकचेन का उपयोग किया जा सकता है। यह एक ओपन सोर्स है। ऐसी तकनीक है जिसमें व्यक्तिगत, संस्थागत, समूह, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बहुत कुछ सीखा जा सकता है। यह स्कूलों, कॉलेजों, निगमों सभी प्रकार के संदर्भो में  प्रासंगिक है।

Web Title: blockchain technology change the education system in India

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