Modi 3.0 Cabinet: पक्के घर का सपना संजोने वाले आम आदमी को बड़ी राहत, हर आदमी के सिर पर पक्की छत...
By लोकमत समाचार सम्पादकीय | Updated: June 12, 2024 12:12 IST2024-06-12T12:11:23+5:302024-06-12T12:12:26+5:30
Modi 3.0 Cabinet highlights: आवास योजना के तहत पिछले दस वर्षों में पात्र गरीब परिवारों के लिए कुल 4.21 करोड़ घरों का निर्माण किया गया है.

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Modi 3.0 Cabinet highlights: मोदी सरकार 3.0 के शपथ लेने के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पक्के घर का सपना संजोने वाले आम आदमी को बड़ी राहत दी है. केंद्रीय मंत्रिमंडल की पहली बैठक में ही प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) के तहत तीन करोड़ घरों के निर्माण के लिए सरकारी सहायता को मंजूरी दे दी गई है. प्रधानमंत्री आवास योजना भारत सरकार का एक सोशल वेलफेयर फ्लैगशिप प्रोग्राम है, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2015 में लॉन्च किया था. इस आवास योजना के तहत पिछले दस वर्षों में पात्र गरीब परिवारों के लिए कुल 4.21 करोड़ घरों का निर्माण किया गया है.
योजना के तहत कच्चे मकान में रहने वाले लोगों को पक्के मकान दिलाने में मदद की जाती है और अगर किसी व्यक्ति के पास जमीन है तो वह मकान बनाने के लिए इस योजना के तहत वित्तीय सहायता ले सकता है. योजना के तहत सरकार होम लोन पर सब्सिडी प्रदान करती है और बैंकों को कम ब्याज दर पर लोन देने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है.
इन घरों में केंद्र और राज्य सरकारों की अन्य योजनाओं के साथ तालमेल कर शौचालय, एलपीजी, बिजली और नल-जल कनेक्शन जैसी बुनियादी सुविधाएं प्रदान की जाती हैं. रोटी, कपड़ा और मकान को किसी भी व्यक्ति की बुनियादी जरूरत माना जाता है. सिर पर पक्की छत होना हर आदमी का सपना होता है. विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी बहुत सारे लोगों के पास पक्के मकान नहीं हैं.
रोज कमाने-खाने की जद्दोजहद में वे इतना पैसा नहीं बचा पाते कि सिर पर पक्की छत होने के अपने सपने को पूरा कर सकें, न ही भारी-भरकम ब्याज दरों पर लोन ले पाने की उनकी क्षमता होती है. आम आदमी की इसी बुनियादी जरूरत को पूरा करने के लिए मोदी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में ही महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) की शुरुआत की थी.
हालांकि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरोप लगाया है कि 2022 तक सबके सिर पर छत की ‘मोदी की गारंटी’ खोखली साबित होने के बाद अब तीन करोड़ आवास का ढिंढोरा पीटा जा रहा है. खड़गे ने दावा किया कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के कार्यकाल में 2004-13 के बीच 4.5 करोड़ घर बनवाए गए.
जबकि पिछले 10 वर्षों में केवल 3.3 करोड़ घरों का निर्माण हुआ. जाहिर है कि विपक्ष का काम सरकार के कामकाज पर नजर रखना होता है. पक्ष-विपक्ष दोनों का लक्ष्य जनकल्याण ही होता है और उम्मीद की जानी चाहिए आम आदमी को पक्की छत दिलाने के लिए दोनों अपना-अपना कर्तव्य पूरी मुस्तैदी से निभाएंगे.