Lakshadweep lakshya: गूगल सर्च में केवल लक्षद्वीप..., टूटे 20 साल रिकॉर्ड, विश्व पर्यटन मानचित्र पर छाया, देशी-विदेशी पर्यटकों को लुभाने की बनानी होगी रणनीति
By डॉ जयंती लाल भण्डारी | Updated: January 10, 2024 12:00 IST2024-01-10T11:57:10+5:302024-01-10T12:00:34+5:30
Lakshadweep’s lakshya: तस्वीरें शेयर कीं और भारतीयों से लक्षद्वीप घूमने की अपील करते हुए कहा कि जो लोग रोमांच पसंद करते हैं उनके लिए लक्षद्वीप टॉप लिस्ट में होना चाहिए.

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Lakshadweep’s lakshya: आठ जनवरी को गूगल सर्च पर भारत के लक्षद्वीप की खोज 20 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई और लक्षद्वीप विश्व पर्यटन मानचित्र पर छाते हुए दिखाई दिया है. इसके पीछे घटनाक्रम यह है कि चार जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समुद्र से घिरे और खूबसूरत लक्षद्वीप पर पहुंचे थे.
यहां से उन्होंने अपनी तस्वीरें शेयर कीं और भारतीयों से लक्षद्वीप घूमने की अपील करते हुए कहा कि जो लोग रोमांच पसंद करते हैं उनके लिए लक्षद्वीप टॉप लिस्ट में होना चाहिए. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने लक्षद्वीप का दौरा करके भारत से बेरुखी और चीन के प्रति बार-बार प्यार दिखा रहे मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मोइज्जू को नई पर्यटन चुनौती का झटका दिया.
ऐसे में मालदीव सरकार के तीन मंत्रियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अशोभनीय टिप्पणियां कर दीं. इस पर भारत की नामी हस्तियों ने तीखी आलोचना की. साथ ही भारतीय पर्यटकों ने मालदीव की होटल बुकिंग रद्द कर दी. भारत के सख्त रुख के बाद मालदीव सरकार सकते में आ गई और अपने तीनों मंत्रियों को निलंबित कर दिया.
दुनिया का यह पहला ऐसा मामला रहा, जब किसी अन्य देश के नेता पर टिप्पणी कर मंत्री निलंबित हुए हों. इस घटनाक्रम से पूरे देश और दुनिया में भी यह संदेश गया कि भारत के पास ऐसे पर्यटन स्थलों का बेजोड़ खजाना है जहां कम समय और कम खर्च में विदेशी पर्यटन की चाह रखने वाले जा सकते हैं.
पिछले दिनों श्रीलंका, थाईलैंड और मलेशिया ने भारतीय पर्यटकों को तेजी से आकर्षित करने तथा पर्यटन से विदेशी मुद्रा की कमाई बढ़ाने के मद्देनजर वीजा मुक्त प्रवेश की पहल की है. ऑस्ट्रेलिया, वियतनाम और रूस सहित कुछ अन्य दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों में भी अधिक से अधिक भारतीय पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए वीजा की प्रक्रिया आसान बनाई गई है.
नि:संदेह जहां एक ओर भारतीयों का विदेशी पर्यटन की तरफ तेजी से बढ़ता रुझान घरेलू पर्यटन के मद्देनजर नुकसान की तरह है, वहीं देश के विदेशी मुद्रा कोष को घटाने वाला भी है. विभिन्न प्रयासों के बाद भी भारत में विदेशी पर्यटकों की संख्या अपेक्षित रूप से नहीं बढ़ी है.
पिछले वर्ष 2023 में भारत में जनवरी से जून तक आए विदेशी पर्यटकों की संख्या 43.80 लाख रही है और यह 2023 में करीब एक करोड़ के स्तर पर पहुंचने का अनुमान है. लेकिन विदेशी पर्यटकों की यह संख्या कोविड-19 महामारी से पहले वर्ष 2018 में भारत आए 2.88 करोड़ विदेशी पर्यटकों की तुलना में अभी बहुत पीछे है.
इतना ही नहीं भारत में विदेशी पर्यटकों की संख्या में वृद्धि दुनिया के कई देशों की तुलना में कितनी कम है, इसका अनुमान हम इस तथ्य से लगा सकते हैं कि स्पेन में पिछले वर्ष 2023 की पहली छमाही में ही 37.50 करोड़ विदेशी पर्यटक गए थे.