Happy Birthday Madhuri Dixit: एक ऐसी शख्सियत जिसकी आंखे भी करती हैं डांस
By मोहित सिंह | Published: May 15, 2018 09:34 AM2018-05-15T09:34:42+5:302018-05-15T09:36:51+5:30
माधुरी दीक्षित बर्थडे: माधुरी दीक्षित नाम था इस लड़की का जिसमें एक कला कूट - कूट कर भरी थे वो थी कत्थक डांस की कला, यही कारण था की राजश्री प्रोडक्शन ने उसको बतौर अभिनेत्री फिल्म 'अबोध' के लिए सेलेक्ट किया था
'अबोध' की एक बेहद सहमी सी सोलह साल की लड़की, जिसका बैकग्राउंड फिल्म इंडस्ट्री से था ही नहीं, जिसने शायद जीवन में पहली बार कैमरा और सेट देखा था, उसको किस्मत ने चुना था बॉलीवुड की डांस दीवा के तौर पर. माधुरी दीक्षित नाम था इस लड़की का जिसमें एक कला कूट - कूट कर भरी थे वो थी कत्थक डांस की कला, यही कारण था की राजश्री प्रोडक्शन ने उसको बतौर अभिनेत्री फिल्म 'अबोध' के लिए सेलेक्ट किया था. फिल्म ने तो कोई कमाल नहीं किया लेकिन जो भी इस फिल्म को जानता है वो सिर्फ फिल्म की एक्ट्रेस माधुरी दीक्षित को जानता है, एक्टर तापस पॉल को नहीं।
इस फिल्म की असफलता के बाद इंडस्ट्री में माधुरी को लेकर बहुत बाते हो रही थीं कि वो साइड रोल जैसे बहन और सहेली के किरदार के लिए ही सही है. फिल्म की लीड एक्ट्रेस के रूप में नहीं। इस फिल्म से माधुरी ने फिल्म इंडस्ट्री के बारे में बहुत कुछ जाना और सीखा और अपने आप को आने वाले वक़्त के लिए तैयार किया।
माधुरी अकेली अभिनेत्री नहीं थीं जिनको पूरे देश ने बेहद प्यार दिया, लेकिन वो एक ऐसे अकेली अभिनेत्री ज़रूर थीं जिनमें हर एक कला कूट - कूट के भरी थी चाहे वो अभिनय रहा हो या डांस। जो बात उनको सबसे अलग बनाती थी वो थी उनकी फिल्म के निर्देशक की एक्ट्रेस होने की कला. वो हर उस रोले को अपने में ढाल लेती थीं जो उनका डायरेक्टर उनको देता था.
माधुरी बेहद आकर्षक चेहरे की भले ना रही हों लेकिन उनके व्यक्तित्व के आकर्षण ने उनको लम्बे समय तक नंबर एक के सिंहासन पर बैठा के रखा था. उनमें हर वो प्रतिभा कूट - कूट के भरी थी जो एक आम इंसान पुराने ज़माने की महान अदाकारा में देखता आया था चाहे वो मधुबाला का अल्हड़पन रहा हो या मीना कुमारी की सादगी, सुचित्रा सेन का वो भारतीय अंदाज़ रहा हो या वैजन्तीमाला की अदा, वहीदा रहमान का जादू या नूतन की गंभीरता। ऐसा लगता था उनका निर्माण बॉलीवुड की हर एक उम्दा अभिनेत्री के जादू को मिलकर हुआ था.
उनकी हर फिल्म में चाहे उनका रोल बड़ा रहा हो या छोटा, उन्होंने हमेशा अपने अभिनय की छाप छोड़ी। हम आपके हैं कौन की अल्हड़ निशा रही हो या दिल तो पागल है की पूजा, खलनायक की गंगा रही हो या देवदास की चंद्रमुखी कही भी आप उनके अभिनय को कमतर नहीं आंक सकते। आज भी हम मूवी लज्जा में उनके रोल को बाकि अभिनेत्रियों से ज्यादा याद रखते हैं यहाँ तक कि उनके आगे फिल्म की मुख्य अभिनेत्री मनीषा कोइराला भी फ़ीकी पड़ गयी.
और जब बात डांस की आती है तो कुछ ही अभिनेत्रियां हैं जिनको लोग याद रखते हैं - वैजयंतीमाला, वहीदा रहमान, हेमा मालिनी, श्रीदेवी या माधुरी दीक्षित। इन सारे नाम में एक बात कॉमन थी सभी अभिनेत्रियां क्लासिकल डांस में पारंगत थीं लेकिन एक अकेली माधुरी दीक्षित ही थीं जिन्होंने क्लासिकल के साथ - साथ वेस्टर्न डांस में भी प्रभु देवा जैसे डांस किंग के साथ कदम से कदम मिलाया और कही भी कमतर नहीं दिखीं।
माधुरी की आँखें, उनके होंठ उनके बाल और शरीर का एक - एक अंग डांस करता दीखता था. चाहे वो - ओ राम जी का क्लासिकल डांस हो, के शेरा शेरा का वेस्टर्न डांस हो या टीवी पर ब्रेकिंग न्यूज़ है मेरा घाँघरा का खालिस बॉलीवुड डांस स्टाइल हो, माधुरी ने अपने डांस स्टेप से हर गाने को यादगार बना दिया।
शादी के बाद एक आदर्श माँ की तरह माधुरी ने अपना हर कर्तव्य निभाया और तब तक बड़े पर्दे से दूर रही जब तक उनपर अपने बच्चों को बड़ा करने की जिम्मेदारी रही। अब जब फिर से माधुरी ने अपना कदम रुपहले पर्दे की तरफ किया है और सारे फैंस उनका वही पुराना जादू देखने का बेहद बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं.
यश चोपड़ा जी ने उनके लिए एक बात कही थी - "मैंने कभी उन्हें किसी भी चीज को लेकर बुराई करते या अपनी जिम्मेदारी से दूर भागते हुए नहीं देखा। मैं हमेशा से जानता था की फिल्म इंडस्ट्री उन्हें दोबारा ज़रूर बुलायेगी, मई बहुत खुश हूँ की वो वापस आ रही हैं....... वो बॉलीवुड की रानी हैं और हमेशा रहेंगी।
माधुरी एक उम्दा अदाकारा, एक बेहतरीन डांस और एक आदर्श माँ है. उनकी यही ख़ासियत उनको बनती है बेहद ख़ास और हर एक लड़की बनना चाहती है माधुरी दीक्षित।