बिहार: मंत्री अशोक चौधरी ने लालू-राबड़ी सरकार पर उठाए सवाल, कहा- "2007 के पहले इस प्रदेश की क्या स्थिति थी"?
By एस पी सिन्हा | Published: October 16, 2023 05:07 PM2023-10-16T17:07:32+5:302023-10-16T17:14:37+5:30
मोदी सरकार में मंत्री गिरिराज सिंह ने आंकड़ों के साथ हेर फेर करने और हिन्दुओं को कम दिखाने की कोशिश का आरोप राज्य सरकार पर लगाया है।
पटना:बिहार में जातीय गणना के आंकड़ों के जारी होने के बाद जारी सियासी बयानबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है। विपक्ष के द्वारा लगातार राज्य सरकार पर गलत आंकड़ों को पेश करने का आरोप लगाया जा रहा है।
वहीं, केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने आंकड़ों के साथ हेर फेर करने और हिन्दुओं को कम दिखाने की कोशिश का आरोप राज्य सरकार पर लगाया है। गिरिराज सिंह के इस बयान पर मंत्री अशोक चौधरी जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि जिसकी अपनी कोई पूंजी नहीं है वो इस तरह की टीका टिप्पणी कर रहे हैं।
अशोक चौधरी ने कहा कि गिरिराज सिंह के बयानों को गंभीरता से लेने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने आगे कहा, गिरिराज सिंह की नेतागिरी कृपा पात्र से चल रही है। इसलिए वो मोदी जी की वकालत कर रहे हैं।
वहीं टेबलेट वाले बयान पर पूर्व सांसद अरुण कुमार पर भी जमकर बरसे कहा ये लोग घटिया किस्म के लोग हैं और इन लोगों की अपनी कोई दुकानदारी नहीं है। अशोक चौधरी ने राजद प्रमुख लालू यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि 2007 के पहले इस प्रदेश में कितने अति पिछड़ा के लोग मुखिया होते थे? महादलित, दलित के लोग क्यों नहीं मुखिया होते थे? यह सब किसकी जिम्मेदारी है? उस वक्त इस मामले में सवाल क्यों नहीं खड़ा किया गया?
नीतीश कुमार के आने के बाद ही यह बदलाव क्यों शुरू हुआ क्योंकि उन्होंने काम कर के दिखाया। आज कई राज्य बिहार के तय्थ पर जातीय गणना कराने का मांग कर रहे हैं। वहीं, इंडिया गठबंधन की सीट शेयरिंग पर अशोक चौधरी ने कहा कि बिहार के नेताओं से क्या बात करना जब इंडिया गठबंधन बना हैं तो उसी प्लेटफॉर्म पर इसका निर्णय होगा।
मंत्री ने कहा, "हम लोगों के बोलने का कोई मतलब नहीं है, जो गठबंधन के नेता निर्णय लेंगे वही होगा"। उपेंद्र कुशवाहा के ट्वीट पर अशोक चौधरी ने कहा किसी को गिलास का पानी आधा दिखता है तो किसी को भरा हुआ और जिसको जैसा दिखता है, उसको वैसे ही समझ में आता है।