राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किया बिहार में चौथे कृषि रोड मैप का शुभारंभ, कहा-वह भी एक किसान की बेटी हैं
By एस पी सिन्हा | Published: October 18, 2023 05:27 PM2023-10-18T17:27:04+5:302023-10-18T17:33:14+5:30
कृषि रोड मैप की शुरुआत करते हुए राष्ट्रपति दौपद्री मुर्मू ने कहा कि कृषि बिहार की संस्कृति का हिस्सा है। राज्य के जीडीपी में भी इसका अहम योगदान है। राष्ट्रपति के रूप में भले बिहार में मेरी पहली यात्रा है। लेकिन, बिहार की संस्कृति और यहां के लोगों से करीब से वाकिफ हूं। झारखंड की राज्यपाल रहते हुए मुझे बिहार और झारखंड की सभ्यता और संस्कृति को बेहतर ढंग से जानने का अवसर मिला था। वहीं मेरा गृह जिला ओडिशा भी बिहार से जुड़ा है।
पटना: बिहार में चौथे कृषि रोड मैप 2023 की शुरुआत हो गई है। राजधानी पटना के बापू सभागार में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दीप प्रज्वलित कर इसका शुभारंभ किया। इस मौके पर बिहार के राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर के साथ-साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सहित कई मंत्री-विधायक और पदाधिकारी भी मौजूद थे।
इसके अलावा कार्यक्रम में बड़ी संख्या में किसान, कृषि वैज्ञानिक ने हिस्सा लिया। कृषि रोड मैप की शुरुआत करते हुए राष्ट्रपति दौपद्री मुर्मू ने कहा कि कृषि बिहार की संस्कृति का हिस्सा है। राज्य के जीडीपी में भी इसका अहम योगदान है। साथ ही उन्होंने सभी को दुर्गा पूजा की बधाई दी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के रूप में भले बिहार में मेरी पहली यात्रा है। लेकिन, बिहार की संस्कृति और यहां के लोगों से करीब से वाकिफ हूं।
झारखंड की राज्यपाल रहते हुए मुझे बिहार और झारखंड की सभ्यता और संस्कृति को बेहतर ढंग से जानने का अवसर मिला था। वहीं मेरा गृह जिला ओडिशा भी बिहार से जुड़ा है। ऐसे में मुझे लगता है मैं भी अपने आप को बिहारी कह सकती हूं। उन्होंने कहा कि किसानों की आय को बढ़ाने में जैविक कृषि सक्षम है। बिहार में सामान्य से कम बारिश हुई है, इसलिए जल संरक्षण पर ध्यान देना जरूरी है।
राष्ट्रपति ने कहा कि वह एक किसान की बेटी हैं। उन्होंने कहा कि विदेशिया से लेकर कटनी तक के गीतों में बिहार ने अपनी अलग पहचान बनाई। प्रसन्नता की बात है कि बिहार सरकार 2008 से ही कृषि रोड मैप का क्रियान्वयन कर रही है। दूध, मांस, मछली और सब्जी उत्पादन में बिहार आज अग्रणी है। बिहार के किसान भाई बहनों को जैविक खेती कर लाभ उठाना चाहिए। मुझे खुशी है कि जैविक खेती के लिए बिहार सरकार ने गंगा किनारे जैविक कॉरिडोर भी बनवाया।
बिहार में एथेनॉल का भी उत्पादन किया जा रहा है, यह जानकर भी मुझे खुशी हुई। विकसित भारत के सपने को पूरा करने के लिए बिहार से बहुत उम्मीद है। राष्ट्रपति ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुझे कई बार बिहार आने का निमंत्रण दिया है। मैं बार-बार बिहार जरूर आऊंगी, क्योंकि मैं इस राज्य को अपना मानती हूं। मैं बिहार के कृषि रोड मैप के तहत हो रहे कार्यों को देखना चाहूंगी।
राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि प्राकृतिक कृषि में लागत कम होती है। इस कारण उत्पादन में बढ़ोतरी हुई है और आय में बढ़ोतरी हुई है। राज्यपाल ने कहा कि हम सभी को प्राकृतिक खेती को समझने की जरूरत है। वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि चौथे कृषि रोड मैप की शुरुआत होना खुशी की बात है।
उत्पादन में बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने जानकारी दी है कि चावल, गेहूं, मक्का, मछली आदि के उत्पादन में इजाफा हुआ है। अब पशुओं के लिए हम सभी व्यवस्था करवा रहे हैं। हम सभी हर तरह से एक- एक काम कर रहे हैं। कृषि रोडमैप कार्यक्रम में 1800 से अधिक किसान और जीविका-दीदी स्वयं सहायता समूह के 700 सदस्य हिस्सा लिया।