पटना में 8 घंटे बिजली मिलती थी, हम आए तो विकास हुआ, नीतीश ने साधा लालू-राबड़ी सरकार पर निशाना
By एस पी सिन्हा | Published: November 1, 2023 04:17 PM2023-11-01T16:17:53+5:302023-11-01T16:21:30+5:30
एक नवंबर को ऊर्जा विभाग के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लालू- राबड़ी के शासनकाल को जमकर कोसा। पटना के ऊर्जा ऑडिटोरियम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लालू-राबड़ी शासनकाल का मजाक उड़ाते हुए बिजली को लेकर खूब खरी-खोटी सुनाई।
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महागठंधन में शामिल होकर राजद के साथ राज्य में सरकार चला रहे हैं। लेकिन जब भी मौका मिलता है वह लालू-राबड़ी सरकार पर हमला करने से नहीं चूकते हैं। एक नवंबर को ऊर्जा विभाग के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लालू- राबड़ी के शासनकाल को जमकर कोसा। पटना के ऊर्जा ऑडिटोरियम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लालू-राबड़ी शासनकाल का मजाक उड़ाते हुए बिजली को लेकर खूब खरी-खोटी सुनाई।
बिजली कंपनी के स्थापना दिवस पर आयोजित समारोह में नीतीश कुमार ने कहा कि पहले बिजली की क्या स्थिति थी। ग्रामीण क्षेत्रों की बात छोड़िए, राजधानी पटना में ही महज 8 घंटे बिजली मिलती थी। हम लोगों को जब काम करने का मौका मिला तो आज बिहार में बिजली की क्या स्थिति है। उन्होंने इशारों ही इशारों में यह कह दिया कि 20 साल पहले बिहार में बिजली की क्या स्थिति थी और जब से हम आए हैं तब से बिजली की क्या स्थिति है।
हम आए हैं तो विकास हो रहा है और विकास होता रहेगा। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अपने कैबिनेट के सबसे वरिष्ठ मंत्री विजेंद्र यादव को कहा कि आप कह रहे हैं कि 20 साल से हम ऊर्जा विभाग में मंत्री हैं, अब काम नहीं करेंगे तो एक बात समझ लीजिए काम आपको ही करना पड़ेगा। यदि आप काम नहीं करेंगे तो हम भी छोड़कर चले जाएंगे, इसलिए चुपचाप काम कीजिए। काम आप कर रहे हैं और अच्छा काम कर रहे हैं। इसलिए इधर-उधर कुछ भी मत बोलिए।
उन्होंने कहा कि काम तो हो ही रहा है और अच्छा तरीके से काम हो रहा है। आप लोग ही बताइए इससे पहले क्या था अभी क्या है जब से हम आए हैं तब से कितना विकास हुआ है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि क्या हुआ था? आप बोलिए ना, जब हम लोग आए थे तो मात्र 700 मेगावाट बिजली मिलती थी। वह तो विजेंद्र जी थे है जो ध्यान देते थे। हम अपना जहां जाते थे ना ससुराल 8 घंटा में बिजली खत्म हो जाता था। तो यही करवा कर बेचारे 8 से 10 घंटा करवा देते थे।
पटना की ही बात हम कह रहे हैं। सब हालात जो था वह किसी से छुपा हुआ तो नहीं है। आज सब जगह पहुंचा दिया गया बिजली की सुविधा। आप खुद बताइए बिजली खरीदने में सरकार को कितना पैसा लगता है और हम कितना सस्ता दर पर बिजली दे रहे हैं। तो आप भाई काम कर रहे हैं तो काम कीजिए।