Lok Sabha Elections 2024: लालू यादव ने बेटी रोहिणी आचार्य की जीत के लिए लगाया एड़ी-चोटी का जोर, सारण में करेंगे कैंप
By एस पी सिन्हा | Published: April 17, 2024 05:29 PM2024-04-17T17:29:04+5:302024-04-17T17:44:53+5:30
Lok Sabha Elections 2024: सारण में लालू यादव के चुनाव का प्रचार में उतरने को लेकर तेजस्वी यादव ने कहा कि सारण लालू यादव की कर्मभूमि रही है। सारण के लोगों की मांग थी कि लालू यादव उनके बीच आए। तेजस्वी यादव ने कहा कि सारण के लालू यादव नेता रहे हैं।

फोटो क्रेडिट- (एक्स)
Lok Sabha Elections 2024: राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव और पूर्व मुख्यमंत्री राबडी देवी अपनी बेटी रोहिणी आचार्य की जीत मुमकिन करने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा दिए हैं। इसके लिए लालू यादव के साथ उनकी पत्नी राबड़ी देवी ने सारण में रोहिणी आचार्य के लिए चुनाव प्रचार किया। सारण में दोनों ने राजद प्रत्याशी रोहिणी आचार्य के समर्थन में रोड शो करने के साथ-साथ कार्यकर्ताओं के साथ सीधा संवाद भी किया। कहा जा रहा है कि अपनी ।
सारण में लालू यादव के चुनाव का प्रचार में उतरने को लेकर तेजस्वी यादव ने कहा कि सारण पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव की कर्मभूमि रही है। सारण के लोगों की मांग थी कि लालू यादव उनके बीच आए। तेजस्वी यादव ने कहा कि सारण के लालू यादव नेता रहे हैं। इसलिए वे वहां क्यों नहीं जाएंगे? उन्होंने कहा कि लालू यादव महागठबंधन एक नेता हैं। जरूरत पड़ी तो वे उस अनुसार अन्य लोकसभा सीटों पर भी चुनाव प्रचार के लिए जाएंगे। दरअसल, लालू यादव ने पहले चरण के चुनाव में जमुई, नवादा, गया और औरंगाबाद में चुनाव प्रचार नहीं किया।
चारों सीटों पर राजद प्रत्याशियों के लिए तेजस्वी यादव कई बार दौरा कर चुके हैं, लेकिन लालू यादव ने कहीं भी चुनाव प्रचार नहीं किया। अब वह पहली बार चुनाव प्रचार के लिए सारण के लिए निकले हैं। उल्लेखनीय है कि सारण लोकसभा सीट पर रोहिणी आचार्य का सीधा मुकाबला भाजपा के राजीव प्रताप रूडी से है। रूडी यहां से लगातार दो चुनाव जीत चुके हैं। ऐसे में जीत का हैट्रिक लगाने के दावे कर रहे राजीव प्रताप रूडी को इस बार लालू यादव की बेटी से कड़े मुकाबले का सामना करना पड़ सकता है।
वहीं, राजद के लिए सारण इस बार प्रतिष्ठा की सीट बनी हुई है। टिकट मिलने के बाद रोहिणी आचार्य पूरे उत्साह के साथ क्षेत्र भ्रमण कर रही हैं और लोगों से संपर्क साध रही है। अब लालू यादव भी अपनी बेटी के लिए यहां अपनी पूरी ताकत झोंकने की तैयारी में हैं। इसलिए अब खुद उन्होंने इस प्रतिष्ठा की लड़ाई वाली सीट पर बेटी की जीत सुनिश्चित करने के लिए चुनाव प्रचार की कमान संभाल ली है।