Land-For-Jobs Case: राजद प्रमुख लालू यादव और तेजस्वी को समन, 22 और 27 दिसंबर को हाजिर हो, रेलवे में जमीन के बदले नौकरी देने का मामला
By एस पी सिन्हा | Updated: December 20, 2023 16:29 IST2023-12-20T16:28:26+5:302023-12-20T16:29:45+5:30
Land-For-Jobs Case: रेलवे में जमीन के बदले नौकरी लेने के मामले में प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) ने पूछताछ के लिए तेजस्वी यादव को हाजिर होने को कहा है।

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Land-For-Jobs Case: बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव अपनी पत्नी राजश्री यादव के साथ क्रिसमस की छुट्टियां मनाने के लिए ऑस्ट्रेलिया जाना चाह रहे हैं। लेकिन इस बीच रेलवे में जमीन के बदले नौकरी लेने के मामले में प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) ने पूछताछ के लिए तेजस्वी यादव को हाजिर होने को कहा है।
ईडी ने तेजस्वी यादव के साथ-साथ उनके पिता लालू प्रसाद यादव को पूछताछ के लिए समन जारी किया है। सूत्रों के मुताबिक तेजस्वी यादव को 22 दिसंबर को पूछताछ के लिए हाजिर होने को कहा गया है। वहीं, लालू प्रसाद यादव को 27 दिसंबर को पेश होने को कहा गया है। ईडी का कहना है कि रेलवे में जमीन के बदले नौकरी देने के मामले में नये तथ्य सामने आये हैं।
इसके आधार पर तेजस्वी यादव के साथ साथ लालू प्रसाद यादव से पूछताछ होना जरूरी है। लिहाजा दोनों को पूछताछ के लिए हाजिर होने का समन जारी किया गया है। ईडी सूत्र बता रहे हैं कि तेजस्वी यादव और लालू प्रसाद यादव से यह पूछताछ अमित कात्याल नाम के कारोबारी से मिले सुरागों के आधार पर होगी।
पिछले महीने 11 नवंबर को ईडी ने अमित कात्याल को गिरफ्तार कर लिया था। ये वही अमित कात्याल है, जिसने बिहार में राबड़ी देवी की सरकार रहते पटना के पास बिहटा में बीयर की फैक्ट्री लगाई थी। इसमें लालू परिवार की भी भागीदारी थी। बाद में अमित कात्याल नाम के इस कारोबारी ने एके इन्फोसिस्टम नाम की कंपनी बनाई।
इस कंपनी ने सिर्फ जमीन खरीदने का काम किया। ईडी सूत्रों के मुताबिक अमित कात्याल की कंपनी एके इन्फोसिस्टम नाम की कंपनी ने बड़े पैमाने पर जमीन खरीदी। इस कंपनी को जमीन बेचने वाले में ऐसे लोग भी शामिल थे, जिनके परिजनों को लालू प्रसाद यादव के रेल मंत्री रहते रेलवे में नौकरी दी गई थी।
ईडी और सीबीआई की जांच के मुताबिक कात्याल की एक कंपनी ने 2010 में तेजस्वी यादव को गाड़ी गिफ्ट किया था। बाद में सिर्फ एक लाख रूपये में अपनी कंपनी एके इन्फोसिस्टम के सारे शेयर राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव के नाम कर दिया। ईडी और सीबीआई के मुताबिक अमित कात्याल ने तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव को करीब 85 लाख रुपये का कर्ज दिया और फिर उसे माफ कर दिया।
कात्याल की एक कंपनी की ओर से तेजस्वी की कंपनी को मोटी रकम कर्ज के तौर पर दी गई, लेकिन उसकी कभी वापसी नहीं हुई। कात्याल ने अपनी एक कंपनी में मीसा भारती और उनके पति शैलेश कुमार को भी डायरेक्टर बनाया था। कई कंपनियों के मालिक कात्याल ने अपनी कंपनी की ओर से मीसा भारती को ब्रोकरेज के तौर पर मोटी रकम भी दी थी।
ईडी ने पिछले महीने अमित कात्याल से लंबी पूछताछ की थी। ईडी सूत्रों के मुताबिक इस पूछताछ में कई अहम सुराग हाथ लगे हैं। अमित कात्याल ने जो जानकारी दी थी, उसके बारे में ईडी ने पूरी जांच पड़ताल की। उसके बाद लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव को पूछताछ के लिए समन भेजा गया है।