राहुल गांधी के समर्थन ने उतरे ललन सिंह ने कहा- अगर भाजपा रही तो देश में तानाशाही लागू हो जाएगी
By एस पी सिन्हा | Updated: July 7, 2023 17:56 IST2023-07-07T17:54:34+5:302023-07-07T17:56:05+5:30
ललन सिंह ने इस मामले में भाजपा की नीयत पर सवाल उठाते हुए कहा कि देश के लोकतंत्र को समाप्त करने की दिशा में भाजपा काम कर रही है। अगले लोकसभा चुनाव की ओर इशारा करते हुए ललन ने कहा कि अगर भाजपा कुछ दिन और रह गई तो देश में तानाशाही लागू कर देगी।

जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह (फाइल फोटो)
पटना: गुजरात हाईकोर्ट से कांग्रेस नेता राहुल गांधी को बड़ा झटका लगने पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा है कि इसमें कोई बड़ी बात नहीं है राहुल गांधी हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार देश में लोकतंत्र को खत्म करना चाह रही है। कुछ दिन और अगर भाजपा रही तो देश में तानाशाही लागू हो जाएगा।
ललन सिंह ने इसी मामले में भाजपा की नीयत पर सवाल उठाते हुए कहा कि देश के लोकतंत्र को समाप्त करने की दिशा में भाजपा काम कर रही है। अगले लोकसभा चुनाव की ओर इशारा करते हुए ललन ने कहा कि अगर भाजपा कुछ दिन और रह गई तो देश में तानाशाही लागू कर देगी।
राहुल गांधी के खिलाफ गुजरात हाई कोर्ट के आए फैसले के बाद ललन सिंह के इस बयान को उनका कांग्रेस को समर्थन के तौर पर देखा जा रहा है, जो राहुल के मसले पर केंद्र की मोदी सरकार को घेर रही है। वहीं शिक्षा मंत्री और विभागीय सचिव केके पाठक के बीच छिड़े संग्राम पर ललन सिंह ने कहा कि पूरे मामले को सरकार देख रही है। सरकार ही इस मामले को शॉर्ट आउट करेगी। इसमें पार्टी का कोई काम नहीं है।
बता दें कि गुजरात उच्च न्यायालय ने राहुल गांधी की दोषसिद्धि पर रोक लगाने का अनुरोध करने संबंधी उनकी याचिका शुक्रवार को खारिज कर दी। इसके बाद राहुल गांधी ने कहा कि वह हिंदुस्तान के लोकतंत्र के लिए लड़ रहे हैं और इसके लिए आगे भी लड़ते रहेंगे। कांग्रेस नेता ने कहा कि मैं किसी चीज से नहीं डरता हूं, यह सच्चाई है। चाहे मुझे सदस्यता मिले या न मिले मैं अपना काम करूंगा। उन्होंने कहा कि चाहे यह मुझे अस्थायी तौर पर डिसक्वॉलीफाई कर दें तो भी मैं अपना काम करूंगा। मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता मैं पार्लियामेंट से अंदर हूं या बाहर हूं। मैं अपनी तपस्या करता रहूंगा। अयोग्य होने की क्या बात है, मुझे पूरे जीवन के लिए अयोग्य करार दे दिया जाए, चाहे मुझे जेल में डाल दिया जाए, मैं सवाल पूछना बंद नहीं करूंगा।