पटना: बिहार की राजधानी पटना में भाजपा के विधानसभा मार्च के दौरान पार्टी के नेता विजय सिंह की मौत के बाद पूरे मामले पर सत्तापक्ष और विपक्ष की तरफ लगातार बयानबाजी हो रही है। भाजपा लगातार लाठीचार्ज में चोट लगने की बातें कह मामले को जोर-शोर से उठा रही है तो दूसरी तरफ पुलिस ने दावा किया है कि भाजपा नेता की मौत लाठीचार्ज की वजह से नहीं हुई है। इस बीच नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने भाजपा कार्यकर्ता विजय कुमार सिंह की मौत पर मीडिया के समक्ष अपना पक्ष रखा।
उन्होंने कहा कि भाजपा के जहानाबाद जिला महामंत्री विजय कुमार सिंह की मौत का जिम्मेदार पुलिस को बताया जा रहा है, लेकिन इसके सारे साक्ष्य सामने आ चुके हैं। साक्ष्य के आधार पर यह बताया गया कि विजय कुमार सिंह प्रदर्शन में शामिल ही नहीं हुए थे। ऐसा उनके मित्र के द्वारा भी बताया गया है, जिनकी मौत हुई है। उन्होंने कहा कि उनकी मौत से हम सभी दुखी हैं उनके परिवार के प्रति संवेदना है।
ललन सिंह ने कहा कि हम "गोदी" मीडिया को चुनौती देते हैं कि अगर विजय सिंह लाठीचार्ज वाले जगह पर थे तो उसका कोई वीडियो दे, हम चुनौती देते हैं। बड़का झूठा पार्टी इसको जोड़ रही है और "गोदी मीडिया" पूरी तरीके से बड़का झूठा पार्टी के समर्थन में खड़ी हो गई है। ललन सिंह ने दावा किया है कि मृतक विजय सिंह के शरीर पर कोई चोट के निशान भी नहीं मिले हैं। लेकिन भाजपा इस मामले को तूल देकर मुद्दा बनाने पर तुली हुई है।
उन्होंने कहा कि जहां तक लाठीचार्ज का सवाल है, कई वीडियो वायरल हुए हैं। बैरिकेडिंग तोड़ा गया, पुलिस प्रशासन पर मिर्ची का पाउडर फेका गया। कानून को तोड़िएगा मिर्ची का पाउडर फेंकिएगा तो प्रशासन काम करेगा ही। मणिपुर में भाजपा के लोग क्यों नहीं बोल रहे हैं? मणिपुर में तो सैकड़ों लोग मारे गए हैं। पूरी व्यवस्था और पूरी मीडिया सरकार के नियंत्रण में है और बड़का झूठा पार्टी के नियंत्रण में है, उसी का प्रचार करती है। प्रचार करने में लगी रहे, उससे कोई फर्क नहीं पड़ता है।
वहीं, तेजस्वी यादव के चार्जशीट पर ललन सिंह ने कहा कि सीबीआई पहले ही दो बार जांच कर चुकी है। रेल मंत्रालय को सूचित कर चुकी है कि मुकदमें में कोई साक्ष्य नहीं है। उन्होंने कहा कि पहली बार जब छापेमारी हुई, उसके बाद क्या हुआ? भाजपा के नेता यह कहे कि यह गलत बात है। जब महागठबंधन बनते फिर शुरू हो गया, आरोप पत्र करते रहिए, रोज आरोप पत्र कर रहे हैं। महाराष्ट्र में जिसके खिलाफ 4 दिन पहले प्रधानमंत्री ने भ्रष्टाचार को लेकर हमला बोला उनको अब मंत्रिमंडल में शामिल कर रहे हैं। ललन सिंह ने कहा कि कल तक भ्रष्टाचार की दुहाई देने वाले प्रधानमंत्री एनसीपी के नेताओं को अपने पाले में कर लेते हैं और "गोदी मीडिया" इसे नहीं दिखाती। वहीं मणिपुर को लेकर भी उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि मणिपुर में जिस तरह के हालात हैं, उस पर कोई भी मीडिया प्रचारित नहीं कर रही है।