शिक्षक भर्ती परीक्षा रिजल्ट: जीतन राम मांझी ने घोटाले के आरोप लगाते हुए 'जॉब फ़ॉर मनी' स्कैंडल में ईडी से जांच कराने की मांग
By एस पी सिन्हा | Published: October 26, 2023 03:38 PM2023-10-26T15:38:51+5:302023-10-26T15:44:01+5:30
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने शिक्षक नियुक्ति में भारी भर्जीवाड़े का आरोप लगाते हुए नीतीश-तेजस्वी की सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि 'जॉब फ़ॉर मनी' स्कैंडल में ईडी की एंट्री होनी चाहिए।
पटना: बिहार लोक सेवा आयोग(बीपीएससी) की शिक्षक भर्ती परीक्षा के रिजल्ट में गड़बड़ी के आरोप लगने के बाद सियासत गर्माने लगी है। इस मामले को लेकर अब अभ्यर्थियों में भी उबाल दिखने लगा है और अभ्यर्थियों ने नीतीश सरकार के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी दी है।
वहीं, इस पूरे मामले पर अब बिहार के विपक्षी दलों ने भी मोर्चा खोल दिया है। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक जीतन राम मांझी ने शिक्षक नियुक्ति में भारी भर्जीवाड़े का आरोप लगाते हुए नीतीश-तेजस्वी की सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि 'जॉब फ़ॉर मनी' स्कैंडल में ईडी की एंट्री होनी चाहिए।
बता दें कि दो दिन पहले जीतन राम मांझी ने कहा था कि बिहार में 1.70 लाख पदों पर हुई बीपीएससी शिक्षक बहाली में रेलवे के लैंड फॉर जॉब स्कैम की तरह बहुत बड़ा घोटाला हुआ है। उन्होंन आरोप लगाया था कि शिक्षक बहाली में पैसे लेकर लोगों को नौकरियां दी गई हैं।
मांझी ने इस घोटाले की जांच कराने की मांग केंद्र सरकार से कर दी है। उन्होंने सरकार पर राज्य के युवाओं के साथ धोखा देने का आरोप लगाया है। मांझी ने आरोप लगाया था कि आरक्षण की अनदेखी कर यह नियुक्ति रेलवे के “लैंड फॉर जॉब” के तर्ज पर “मनी फॉर जॉब” स्कीम के तहत की गई है।
'पैसा दो सरकारी नौकरी लो' घोटाले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। बिहार सरकार ने युवाओं का बेडा गर्क कर दिया है। मांझी ने एक बार फिर सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' पर लिखा कि सूबे के बीपीएससी शिक्षक नियुक्ति घोटाले में “जॉब फ़ॉर मनी” स्कैंडल को लेकर यदि ईडी की इंट्री होगी तो घमंडिया गठबंधन के लोग कहेंगें चुनाव है, तो छापेमारी हो रही है।
नियुक्ति घोटाला हो या ट्रांसफर-पोस्टिंग घोटाला ईडी की इंट्री होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार में कोई भ्रष्टाचारी नहीं बचने वाला। दरअसल, बिहार में शिक्षकों की बहाली के लिए सरकार ने करीब 1.70 लाख पदों पर भर्ती निकाली थी। इस परीक्षा में बड़ी संख्या में अभ्यर्थी शामिल हुए थे। लेकिन सिर्फ 1.22 लाख पद ही भरे जा सके हैं।
रिजल्ट आने के बाद नवनियुक्त शिक्षकों की काउंसिलिंग का काम चल रहा है। आगामी दो नवंबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गांधी मैदान में नवनियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपेंगे। इससे पहले ही जीतन राम मांझी से शिक्षक नियुक्ति में बड़े घोटाले का आरोप लगा रहे हैं।