पटना: भाजपा के द्वारा बिहार में जातीय गणना के आंकड़े पर सवाल उठाए जाने पर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा को भरोसा नहीं है तो प्रधानमंत्री से कहकर देश में ही जातीय जनगणना करा लेना चाहिए।
वे देश में जातीय जनगणना क्यों नहीं करा रहे हैं? उन्होंने भाजपा की आपत्तियों को खारिज करते हुए कहा कि बिहार में सही तथ्यों के साथ जाति आधारित गणना हुई है। किसी के बोलने से कोई फर्क नहीं पड़ता है। उन्होंने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि रोजगार पर सवाल करने पर भाजपा के लोग बात घुमा देते हैं।
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में सबसे ज्यादा रोजगार दिया गया है। भाजपा का बिहार में महागठबंधन से कोई मुकाबला नहीं हैं। उन्होंने भाजपा के शीर्ष नेताओं के बार बार बिहार दौरे पर तंज कसते हुए कहा कि पीएम और अमित शाह यहां 365 दिन भी रहेंगे तो फर्क नहीं पड़ेगा।
देश की जनता जानती है कौन क्या कर रहा है? उन्होंने कहा कि हम इस पर ध्यान नहीं देते हैं कि कौन क्या चाहता है और क्या करेगा? हमारी सरकार जनता की सेवा के लिए काम करती है। इसलिए हम सिर्फ उसी पर ध्यान देते हैं। उन्होंने भाजपा ने सवाल करते हुए कहा कि भाजपा इतने दिनों से सरकार में कोई एक ऐसा राज्य बता दें, जहां एकसाथ लाखों पदों के लिए बहाली आई हो।
हकीकत तो यही है कि अब भाजपा को भी लगता है कि बिहार के महागठबंधन का कोई मुकाबला नहीं है। वहीं, भाजपा के सांसद निशिकांत दुबे और टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के बीच चल रहे विवाद को लेकर तेजस्वी यादव ने कहा कि आज जो सवाल पूछ रहे हैं या जो सच बोल रहे हैं उन पर एक्शन लिया जा रहा है।
भाजपा के सांसद क्या-क्या करते हैं और नहीं करते हैं? हर एक राजनेता राजनेताओं के बारे में जानता है। महुआ पढ़ी-लिखी महिला हैं, जिस कॉलेज से पढ़ी हैं, उस कॉलेज में नामांकण मिलना बहुत मुश्किल होता है तो उनकी काबिलियत पर तो हम सवाल उठा ही नहीं सकते हैं। जो लोग ऐसा कर रहे हैं, वह संसद का गुस्सा निकाल रहे हैं। चरित्र हनन करना बदनाम करना यह भाजपा का पुराना मॉडल रहा है।