मुंगेर में राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय और अस्पताल नहीं चाहते थे सीएम नीतीश!, आखिर क्यों बनवाने को मजबूर हुए, जानें मामला
By एस पी सिन्हा | Published: November 25, 2023 05:24 PM2023-11-25T17:24:53+5:302023-11-25T17:36:32+5:30
Bihar Politics News: 630 बेड राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय सह अस्पताल बनेगा। मुंगेर मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास करने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एकबार फिर से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की।
Bihar Politics News: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को मुंगेर में राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय और अस्पताल का शिलान्यास किया। यहां 630 बेड राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय सह अस्पताल बनेगा। मुंगेर मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास करने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एकबार फिर से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की।
उन्होंने कहा कि जातीय गणना और आर्थिक सर्वे जो कराया है, उसमें पता चला है कि हर जाति वर्ग में गरीब है। अगर केन्द्र सरकार मदद करे तो 5 साल नहीं बल्कि 2 साल के अंदर ही सूबे की गरीबी दूर हो जाएगी। नीतीश कुमार ने कहा कि उन्होंने मुंगेर में मेडिकल कॉलेज बनने पर आपत्ति जताई थी।
इसे लेकर उन्होंने खुद खुलासा किया और भरी सभा में लोगों के सामने स्वीकार किया है कि मेडिकल कॉलेज बनने पर उन्हें आपत्ति थी। उन्होंने कहा कि जब उन्हें पता चला कि मुंगेर में मेडिकल कॉलेज बनाने का प्रस्ताव है, तब उन्होंने इस पर सख्त आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि वे पहले ही कह चुके थे कि अब जहां भी मेडिकल कॉलेज खुले, वहां अस्पताल भी साथ में हो।
लेकिन मुंगेर के लिए जो प्रस्ताव था, उसमें सिर्फ मेडिकल कॉलेज खोलने की बात कही गई थी। इसे लेकर उन्होंने तुरंत अपनी आपत्ति जताई और बाद में इसमें बदलाव किया गया। अब मुंगेर में राजकीय मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल खुल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसका बहुत पहले इसका निर्माण होना चाहिए था। मुंगेर पौराणिक जगह है।
आप सभी सिर्फ पटना को याद मत रखिए, इसको भी याद रखिए। ललन बाबू को सांसद बनाए रखिए। लेकिन, इन सब के बीच को सबसे अलग वाकया हुआ वो सबसे अजीब रहा। दरअसल, नीतीश कुमार जब अपनी भाषण की शुरुआत कर रहे थे। उसी दौरान उन्होंने इस कार्यक्रम में शामिल हुए नेता और कार्यकर्त्ता को संबोधित करते हुए उनका स्वागत कर रहे थे।
उसी दौरान उन्होंने राज्य के पूर्व मुख्य सचिव को पूर्व मुख्यमंत्री बता दिया। हालांकि, मुख्यमंत्री को जैसे ही इसका आभास हुआ उन्होंने तुरंत इसमें सुधार किया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने मुंगेर की चर्चा करते हुए कहा किे मेरा तो इतना जगह है, जगह का जगह है।
आपकी जगह से की हमको तो जब बुलाइएगा की इतना ही आपका पौराणिक जगह है की हमको फिर आने का मौका मिला है, मैं नमन करता हूं यहां पर फिर आने का मौका मिला और मैं तो ललन बाबु को कहता हूं कि आप जब कहिए तब आता रहूंगा सबका आशिर्वाद लेते रहूंगा।
वहीं, नीतीश कुमार जब अपनी बातों को रख रहे थे तो पनौती-पनौती का नारा लगाना शुरू कर दिया। उसके बाद मुख्यमंत्री को यह पूरा वाकया समझ में नहीं आया तो उन्होंने अपने पास खड़े अधिकारी से यह जानना चाहा उसके उपरांत अधिकारी ने बताया कि सर यह पीएम को लेकर कहा जा रहा है, तब मुख्यमंत्री ने कहा कि हमको इसपर कुछ नहीं कहना है।