बिहार: भ्रष्टाचार के मुद्दे पर भाजपा ने तेजस्वी यादव पर बोला हमला, उपमुख्यमंत्री पर सीएम नीतीश को बचाने का लगाया आरोप
By एस पी सिन्हा | Updated: July 11, 2023 16:52 IST2023-07-11T16:43:36+5:302023-07-11T16:52:16+5:30
सवाल उठाते हुए विजय कुमार सिन्हा ने आगे कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति की बात करते हैं और सदन में 2018 में भी नीतीश कुमार ने कहा था कि हम '3सी' के फॉर्मूले पर चलते हैं। क्राइम, करप्शन और कास्ट कन्युनिज्म से कोई समझौता नहीं करते हैं। लेकिन आज ये तीनों 'सी' कहां गया?

फोटो सोर्स: ANI फाइल फोटो
पटना: भ्रष्टाचार के मुद्दे पर नीतीश सरकार को घेरते हुए नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि जिस मंत्री के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया जा रहा है, वह कैबिनेट का हिस्सा नहीं हो सकता है। यह एक परंपरा रही है।
जब पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और अन्य मंत्रियों को एक प्राथमिकी के बाद कैबिनेट से हटा दिया गया था तो कैबिनेट में बैठे तेजस्वी यादव पर आरोप पत्र दायर किया गया है।
नीतीश कुमार को भी दे देना चाहिए इस्तीफा- विजय कुमार सिन्हा
नेता प्रतिपक्ष ने यह भी कहा है कि सरकार को संविधान पर विश्वास नहीं है। उन्होंने मुख्यमंत्री पर तेजस्वी को बचाने का आरोप लगाया है। विजय सिन्हा ने कहा है कि नैतिकता के आधार पर नीतीश कुमार को भी इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्हें पद पर बने रहने का कोई हक नहीं है।
विजय कुमार सिन्हा ने '3सी' के फॉर्मूले का भी किया जिक्र
विजय कुमार सिन्हा ने आगे कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति की बात करते हैं और सदन में 2018 में भी नीतीश कुमार ने कहा था कि हम '3सी' के फॉर्मूले पर चलते हैं। क्राइम, करप्शन और कास्ट कन्युनिज्म से कोई समझौता नहीं करते हैं। लेकिन आज ये तीनों 'सी' कहां गया?
नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि ऐसे भ्रष्ट मंत्रियों के साथ सरकार चलाना बिल्कुल गलत है। यह जनता के साथ धोखा है और हम इसे स्वीकार नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि कैबिनेट के अंदर और बाहर भी हम विधानसभा को भ्रष्ट मंत्रियों को बर्खास्त करने के लिए मजबूर करेंगे।
बीजेपी ने लगाया यह आरोप
भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि ऐसा लगता है कि मुख्यमंत्री ने कुर्सी के लिए भ्रष्टाचार के साथ समझौता कर लिया है। उन्हें अपने कृत्यों और चूक के लिए जिम्मेदार ठहराया जाएगा। नीतीश कुमार को अगर संविधान में विश्वास है तो सुप्रीम कोर्ट निर्देश पालन करें और तेजस्वी यादव से इस्तीफा लें।