बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग को लेकर विधानसभा की कार्यवाही चढ़ी हंगामे की भेंट
By एस पी सिन्हा | Updated: July 11, 2023 16:14 IST2023-07-11T16:06:44+5:302023-07-11T16:14:09+5:30
विधानसभा अध्यक्ष ने भाजपा सदस्यों के व्यवहार पर बोलते हुए कहा कि आप लोग लोकतंत्र को कलंकित कर रहे हैं।

फोटो क्रेडिट- फाइल फोटो
पटना: मानसून सत्र के दूसरे दिन भी आज बिहार विधानमंडल की कार्यवाही हंगामे की भेंट चढ गई। सुबह 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा विधायक वेल में पहुंचकर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग करने लगे।
इस दौरान विधायक विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी को पोस्टर भी दिखाते रहे। दूसरे दिन सदन की कार्यवाही सिर्फ 16 मिनट ही चली। सुबह 11 बजे से शुरू हुई कार्यवाही 6 मिनट चली। जिसे दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
इसके बाद 2 बजे कार्यवाही शुरू होते ही फिर हंगामा होने लगा। जिसके चलते 10 मिनट बाद ही कार्यवाही को बुधवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।जमीन के बदले नौकरी मामले में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर चार्जशीट की बात करते हुए विधायकों ने तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग पर हंगामा करते हुए वेल के अंदर आ गए और कुर्सी उठाकर हंगामा करना शुरू कर दिया।
हंगामे के बीच विधानसभा में बिहार माल एवं सेवा कर संशोधन विधेयक 2023 पेश किया गया और उसे स्वीकृति भी मिल गई। सुबह में सदन की कार्यवाही शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा कुछ बोलना चाह रहे थे, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें अनुमति नही दी। भाजपा विधायक संजय सरावगी ने कहा कि जब तक तेजस्वी इस्तीफा नहीं देंगे, सदन चलने नहीं देंगे।
भाजपा के विधायक चार्जशीटेड उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव इस्तीफा दो, इस्तीफा दो के नारे लगाते रहे। इसीबीच भाजपा विधायक प्रमोद कुमार ने इसी दौरान कुर्सी उठा ली और टेबल पटकना किया शुरू कर दिया। विधान सभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी लगातार विधायकों को समझाते रहे और सदन की मर्यादा के अनुसार आचरण करने की दुहाई देते रहे।
उन्होंने कहा कि सदन को संभाले जनता देख रही है। मैं सदन को सुचारू रूप से चलाना चाहता हूं। ऐसे में सदन की कार्यवाही बाधित करने कि कोशिश अनुचित है। सदन को शांति से चलाने में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि मोबाइल फोन लेकर सदन में नहीं आएं। हालांकि इस दौरान विपक्ष हंगामा करता रहा है।
विधानसभा अध्यक्ष ने भाजपा सदस्यों के व्यवहार पर बोलते हुए कहा कि आप लोग लोकतंत्र को कलंकित कर रहे हैं। लेकिन, भाजपा के विधायकों ने एक नहीं सुनी। जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी।