एशियन गेम्स 2018: बैडमिंटन के मेंस सिंगल्स में भारत की चुनौती खत्म, श्रीकांत के बाद प्रणॉय भी बाहर
By विनीत कुमार | Published: August 24, 2018 06:33 PM2018-08-24T18:33:06+5:302018-08-24T18:33:06+5:30
प्रणॉय से पहले राउड ऑफ 32 में श्रीकांत को भी हार का सामना करना पड़ा था। इसके साथ ही एकल स्पर्धा में भारत की चुनौती खत्म हो गई है।
जकार्ता, 24 अगस्त: इंडोनेशिया में चल रहे 18वें एशियन गेम्स में बैडमिंटन के मेंस सिंगल्स में भारतीय चुनौती खत्म हो गई है। मेंस सिगल्स में भारत की ओर से चुनौती पेश कर रहे किदांबी श्रीकांत के बाद एचएस प्रणॉय भी राउंड ऑफ 32 में हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गये हैं। प्रणॉय को थाईलैंड के वांगचारोन कैंटाफोन को 61 मिनट चले मुकाबले में 21-12, 15-21, 21-15 से हराया।
प्रणॉय का यह पहला एशियन गेम्स था। वह इस साल हुए वर्ल्ड चैम्पियनशिप में राउंड ऑफ 32 से बाहर हुए थे जबकि गोल्ड कोस्ट में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स के एकल मुकाबले में वे सेमीफाइनल से बाहर हुए थे।
End of the road!
— BAI Media (@BAI_Media) August 24, 2018
Going down12-21 in the first game, @PRANNOYHSPRI scripted a promising comeback in the second winning it 21-15 but unfortunately succumbed 15-21 in the decider to 🇹🇭's W.Kantaphon. Come back stronger! #IndiaontheRise#IndiaAtAsianGames#AsianGames2018pic.twitter.com/VShmMQ9Go9
प्रणॉय से पहले राउड ऑफ 32 में श्रीकांत को भी हार का सामना करना पड़ा था। राउंड ऑफ-32 के मुकाबले में हांगकांग के वोंग विंग युंग ने सीधे गेमों में हराया। श्रीकांत को हांगकांग के खिलाड़ी ने 40 मिनट में 23-21, 21-19 से मात दी।
महिला एकल में हालांकि पीवी सिंधु और साइना नेहवाल ने मेडल की उम्मीद जिंदा रखी है। दोनों गुरुवार को अपने-अपने मैच जीतकर प्री-क्वॉर्टर फाइनल में पहुंच गये। वहीं, विमेंस डबल्स में भारत की एन सिक्की रेड्डी और अश्विनी पोनप्पा ने क्वॉर्टर फाइनल में जगह पक्की करते हुए इतिहास रच दिया है। 1986 के बाद ये पहली बार है जब कोई भारतीय महिला जोड़ी क्वॉर्टर फाइनल में जगह बनाने में कामयाब रही हैं। इससे पहले 1986 में हरफीस नरिमन और मलिका बरुआ एशियन गेम्स में यहां तक पहुंचने में सफल रहे थे।