अब इस राज्य में घटी गाड़ियों की बिक्री, 15 सालों में पहली बार कम हुए नए वाहनों के रजिस्ट्रेशन
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 16, 2019 05:53 PM2019-11-16T17:53:34+5:302019-11-16T17:53:34+5:30
नई गाड़ियों के कम होते रजिस्ट्रेशन का कारण तो सामने नहीं आ सका है, जबकि प्रदेश में रोड टैक्स और रजिस्ट्रेशन चार्ज में कोई बढ़ोत्तरी भी नहीं की गई है।
उत्तर प्रदेश में गाड़ियों के घटते रजिस्ट्रेशन को देखते हुये एक बात सामने निकलकर आई है कि गाड़ियों की बिक्री घटी है। प्राइवेट और कॉमर्शियल दोनों ही तरह के वाहनों के रजिस्ट्रेशन में कमी देखने को मिली है। ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट के आंकड़ों को देखने से पता चलता है कि लोग पिछले साल की तुलना में इस साल कार और बाइक कम खरीद रहे हैं।
हालांकि इस बारे में नहीं पता चल सका है कि लोगों द्वारा गाड़ियां कम खरीदने का कारण है। एक आंकड़े के मुताबिक उत्तर प्रदेश में हर साल लगभग 12 परसेंट नये वाहनों का रजिस्ट्रेशन होता था। लेकिन इस साल अप्रैल से अक्टूबर तक प्राइवेट वाहनों के रजिस्ट्रेशन में पिछले साल के मुकाबले 4.1 परसेंट की गिरावट देखी गई।
त्योहारी सीजन नवरात्रि, धनतेरस, दिवाली के चलते सितंबर में नई गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन में थोड़ा सुधार जरूर देखने को मिला था लेकिन अक्टूबर में फिर से नई गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन के आंकड़ों में कमी आई है।
नई गाड़ियों के कम होते रजिस्ट्रेशन का कारण तो सामने नहीं आ सका है लेकिन सूत्रों का कहना है कि पिछले 15 सालों में राज्य में ऐसा पहली बार देखने को मिला है जब नई गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन घटा है। जबकि राज्य में रोड टैक्स और रजिस्ट्रेशन चार्ज में कोई बढ़ोत्तरी भी नहीं की गई है।