नोएडा पुलिस ने फॉक्सवैगन कंपनी, अधिकारियों के खिलाफ प्रदूषण धोखाधड़ी उपकरण को लेकर प्राथमिकी दर्ज की

By भाषा | Published: July 18, 2020 01:18 AM2020-07-18T01:18:23+5:302020-07-18T01:18:23+5:30

प्राथमिकी में जर्मनी स्थित मूल कंपनी तथा शीर्ष अधिकारियों के भी नाम शामिल हैं। स्थानीय व्यवसायी अनिलजीत सिंह ने अपनी शिकायत में कहा कि उन्हें उत्सर्जन पर तथ्यों की गलत व्याख्या के बाद "घटिया" वाहन बेच दिये गये।

Noida Police lodges FIR against Volkswagen Company, officials for pollution fraud device | नोएडा पुलिस ने फॉक्सवैगन कंपनी, अधिकारियों के खिलाफ प्रदूषण धोखाधड़ी उपकरण को लेकर प्राथमिकी दर्ज की

स्कोडा ऑटो फॉक्सवैगन समूह के एक प्रवक्ता ने इस बारे में संपर्क किये जाने पर आरोपों से इनकार किया।

Highlightsनोएडा पुलिस ने फॉक्सवैगन कंपनी पर दूषण छिपाने वाले उपकरण लगी सात ऑडी कारें बेचने को लेकर मामला दर्ज किया गया है।प्राथमिकी में जर्मनी स्थित मूल कंपनी तथा शीर्ष अधिकारियों के भी नाम शामिल हैं।

नोएडा: जर्मनी की कार कंपनी फॉक्सवैगन समूह की दो भारतीय अनुषंगियों के खिलाफ एक स्थानीय कारोबारी को प्रदूषण छिपाने वाले उपकरण लगी सात ऑडी कारें बेचने को लेकर मामला दर्ज किया गया है। नोएडा पुलिस ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी। पुलिस ने कहा कि इस सिलसिले में नोएडा स्थित कंपनियों ऑडी इंडिया और स्कोडा ऑटो फॉक्सवैगन इंडिया के खिलाफ जालसाजी व धोखाधड़ी को लेकर सेक्टर 20 पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है।

प्राथमिकी में जर्मनी स्थित मूल कंपनी तथा शीर्ष अधिकारियों के भी नाम शामिल हैं। स्थानीय व्यवसायी अनिलजीत सिंह ने अपनी शिकायत में कहा कि उन्हें उत्सर्जन पर तथ्यों की गलत व्याख्या के बाद "घटिया" वाहन बेच दिये गये। उन्होंने कहा कि उन्होंने 2016 में करोड़ों रुपये की लागत से कारें खरीदीं। उन्होंने कार निर्माताओं को उनके वाहनों को खरीदने के लिये "प्रेरित" करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ऐसा मानते हुए उन्होंने ये वाहन खरीदे कि ये देश के नये उत्सर्जन मानकों के अनुरूप तैयार किये गये हैं।

सिंह ने अपनी शिकायत में कहा, "ये घटिया वाहन थे, जो धोखा देने वाले उपकरणों से लैस थे।" स्कोडा ऑटो फॉक्सवैगन समूह के एक प्रवक्ता ने इस बारे में संपर्क किये जाने पर आरोपों से इनकार किया। प्रवक्ता ने दावा किया कि उनकी कंपनी के वाहन भारत के उत्सर्जन मानकों का पूरी तरह अनुपालन करते हुये तैयार किये गये हैं। पीटीआई-भाषा को मिली एफआईआर की प्रति से पता चला है कि प्राथमिकी में नोएडा स्थित कंपनियों ऑडी इंडिया, स्कोडा ऑटो - फॉक्सवैगन इंडिया और फॉक्सवैगन इंडिया के अलावा ऑडी एजी और जर्मनी के फॉक्सवैगन एजी के नाम शामिल हैं।

प्राथमिकी में बहुराष्ट्रीय कंपनी के जिन शीर्ष अधिकारियों का नाम है, उनमें ऑडी इंडिया के कंट्री हेड बलबीर सिंह ढिल्लों, इसके ब्रांड डायरेक्टर राहिल अंसारी, बिक्री प्रमुख नितिन कोहली और फॉक्सवैगन इंडिया के प्रबंध निदेशक गुरप्रताप गोपराई शामिल हैं।

इनके अलावा ऑडी एजी के चेयरमैन ब्रैम शोट, इसके विदेशी वितरण प्रमुख माइकल फ्रिसिसी और फॉक्सवैगन एजी के सीईओ हर्बर्ट डायस के नाम भी शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि भारत के राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने मार्च 2019 में भारत में अपनी डीजल कारों में "धोखा देने वाले उपकरण" के उपयोग के माध्यम से पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने के लिये जर्मनी की वाहन कंपनी फॉक्सवैगन पर 500 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया था।

नोएडा पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जांच की जा रही है और जरूरत पड़ने पर जर्मनी के लोगों सहित फॉक्सवैगन समूह के अधिकारियों को पूछताछ के लिये बुलाया जा सकता है। नोएडा के डिप्टी कमिश्नर संकल्प शर्मा ने बताया कहा, “हाँ, शिकायतकर्ता द्वारा दी गयी शिकायत के आधार पर सेक्टर 20 पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गयी है। जांच के बाद ही पता चलेगा कि कार कंपनियों के खिलाफ आरोप सही हैं या नहीं।’’ उन्होंने कहा, "यदि आवश्यकता हुई, तो जांच में शामिल होने के लिये आरोपी व्यक्तियों और कंपनी के अधिकारियों को नोएडा बुलाया जा सकता है।" 

Web Title: Noida Police lodges FIR against Volkswagen Company, officials for pollution fraud device

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