फोर्ड की ईकोस्पोर्ट से बेहतर है मारुति ब्रेजा, महिंद्रा XUV300, हुंडई वेन्यू और टाटा नेक्सॉन, देखें आपके लिए कौन सी कार है बेस्ट
By रजनीश | Published: July 9, 2020 07:06 PM2020-07-09T19:06:33+5:302020-07-09T19:06:33+5:30
कार निर्माता कंपनियों के बीच ग्राहकों को अपनी तरफ खींचने के लिए होने वाले कॉम्पिटिशन के चलते कंपनियां अपनी कारों में ज्यादा से ज्यादा फीचर्स देने का प्रयास करती हैं लेकिन वहीं कुछ कंपनियां इस मामले में पीछे रह जाती हैं।
कार खरीदना सभी का सपना होता है लेकिन कार खरीदने के दौरान सभी के सामने एक बेहतरीन कार सेलेक्ट करने की चुनौती होती है। क्योंकि आम इंसान कई सालों की मेहनत की कमाई कार खरीदने के पीछे खर्च करता है। ऐसे में वो उस कीमत में सबसे बेहतरीन कार खरीदना चाहता है।
लोगों के बीच सब 4-मीटर वाली कॉम्पैक्ट एसयूवी को लेकर काफी क्रेज है। इसे देखते हुए लगभग सभी कार निर्माता कंपनियां इस कॉम्पैक्ट एसयूवी की लॉन्चिंग पर ज्यादा जोर दे रही हैं।
बजट रेंज में कॉम्पैक्ट एसयूवी के विकल्प
बजट रेंज वाली कॉम्पैक्ट एसयूवी रेंज में मार्केट में मारुति की ब्रेजा, महिंद्रा की XUV300, टाटा की नेक्सॉन, हुंडई की वेन्यू बेहतरीन विकल्प हैं। इसी कैटेगरी में फोर्ड की ईकोस्पोर्ट भी है। लेकिन अब फोर्ड की ईकोस्पोर्ट कार खरीदना सिर्फ पैसा फंसाना है। ईकोस्पोर्ट कार में कंपनी कीमत के हिसाब से ग्राहकों को फीचर्स भी नहीं देती है।
बाकी कंपनियों ने अपनी कार को समय के हिसाब से जहां काफी ज्यादा अपग्रेड कर दिया है वहीं फोर्ड शायद अपने ग्राहकों को मूर्ख समझती है जबकि उतनी ही कीमत में मारुति, टाटा और हुंडई जैसी कंपनियां अपने ग्राहकों को ज्यादा से ज्यादा फीचर्स देने की कोशिश करती हैं।
मारुति सुजुकी की ब्रेजा में लग्जरी कारों की तरह ही रीडिंग लाइट दी गई है। इसमें कूलिंग ग्लव बॉक्स, एंटी थेफ्ट अलार्म, डे-नाइट रियर व्यू मिरर, आईएसओफिक्स चाइल्ड सीट माउंट, रियर स्पोइलर, क्रोम जैसे लेटेस्ट फीचर्स दिए गए हैं। ये फीचर्स आपको फोर्ड की कार को छोड़कर अन्य कंपनी की कारों में भी मिल जाएंगे।
माइलेज
माइलेज के मामले में भी फोर्ड की इकोस्पोर्ट खरीदना एक घाटे का सौदा है। फोर्ड का पेट्रोल इंजन जहां 14.7 किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज देता है वहीं ब्रेजा 18.76 किमी/लीटर माइलेज का दावा करती है। वेन्यू के दोनों मॉडल 18.27 और 17.52 किलोमीटर प्रति लीटर माइलेज देती हैं। नेक्सॉन कार 17.4 किमी/लीटर और एक्सयूवी 300 का माइलेज 17.0 किलोमीटर प्रति लीटर है।
फोर्ड कार का सबसे कम माइलेज
इस पूरे आंकड़े को देखें तो सबसे कम माइलेज फोर्ड की इकोस्पोर्ट कार का है।
सीटिंग कंफर्ट
सीटिंग कंफर्ट के मामले में मारुति, हुडंई और टाटा की कार काफी बेहतर और आरामदायक है जबकि फोर्ड की ईकोस्पोर्ट में बैठकर आप ज्यादा लंबा सफर नहीं कर सकते हैं। फोर्ड की कार की बैक सीट को भी अडजस्ट नहीं कर सकते हैं। ऐसे में लंबे सफर में आपको काफी दिक्कत महसूस होती है। मारुति ब्रेजा में तो आगे हाई पोजिशन सीट दी गई है साथ ही बेहतरीन कुशनिंग भी दी गई है। जिससे लंबे सफर में भी थकान नहीं महसूस होती।
बैक सीट
विटारा ब्रेज़ा की बैक सीट्स भी पहले की तरह कंफर्टेबल हैं। इनमें पीछे बैठने वाले पैसेंजर्स को अच्छा खासा नी-रूम और हैडरूम मिलता है। विटारा ब्रेज़ा की चौड़ाई इतनी अच्छी है कि इसकी रियर सीट पर तीन लोग आराम से बैठ सकते हैं। महिंद्रा की XUV300 में भी काफी स्पेस मिल जाता है।
ब्रेज़ा की प्राइस को देखकर कंपनी द्वारा इसमें सनरूफ, रियर एसी वेंट्स, टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम और कनेक्टेड कार टेक्नोलॉजी जैसे फीचर्स को नहीं दिया जाना वाजिब लगता है। वहीं हुंडई की वेन्यू में कनेक्टेड कार टेक्नॉलजी दी गई है।
मारुति की ब्रेजा, हुंडई वेन्यू, टाटा नेक्सॉन और महिंद्रा एक्सयूवी 300 की राइडिंग क्वालिटी काफी कंफर्टेबल है। ब्रेजा में अपग्रेडेशन के बाद इसका सस्पेंशन सिस्टम खराब सड़कों और गड्ढों से आने वाले झटकों को बिना किसी परेशानी के आराम से झेल लेता है।
सेफ्टी
सेफ्टी की बात करें तो ब्रेजा में रिवर्स पार्किंग सेंसर, बच्चों की सुरक्षा के लिए आईएसओफिक्स चाइल्ड सीट माउंट फीचर दिए गए हैं। ये फीचर महिंद्रा की एक्सयूवी 300 में भी मिलते हैं।
महिंद्रा की सब-कॉम्पैक्ट एसयूवी कार XUV300 को तो देश की सबसे सुरक्षित कार (Safer Choice Award) का अवार्ड भी मिल चुका है। यह अवार्ड पाने वाली महिंद्रा XUV300 देश की पहली एसयूवी भी बन चुकी है। यह कार महिंद्रा की अकेली कार है जिसे ग्लोबल एनसीएपी (Global NCAP) क्रैश टेस्ट में 5-स्टार रेटिंग मिली है। चाइल्ड सेफ्टी के मामले में भी यह कार सबसे ज्यादा 4 स्टार रेटिंग पा चुकी है। लेकिन बात करें फोर्ड के कार की तो कई बार दुर्घटनाओं के समय उसका एयरबैग न खुलने की भी शिकायत सामने आ चुकी है।
अंत में बात करें कार खरीदने के बाद के वैल्यू के बारे में तो इस मामले में मारुति पर लोगों का अभी भी भरपूर भरोसा है। बाद में आप यदि अपनी मारुति कार को सेकंड हैंड बेचना चाहें तो भी लोग मारुति की कार को बेहतरीन कीमत देते हैं। इसके साथ ही महिंद्रा पर भी लोगों का भरोसा है। लेकिन पिछले कुछ समय से टाटा और हुंडई पर भी लोगों का विश्वास मजबूत हुआ है। लेकिन फोर्ड अभी इस मामले में बहुत पीछे है।
ध्यान देने वाली बात यह भी है कि जिस कंपनी की जो कारें ज्यादा बिकती हैं बाद में उनके पार्ट्स और सर्विसिंग में परेशानी नहीं आती है। लेकिन फोर्ड को देखा जाए तो भारत में उसके हैचबैक, कॉम्पैक्ट एसयूवी और एसयूवी सेगमेंग में गिनती की गाड़ियां हैं। एक वजह यह भी है कि लोग उस पर ज्यादा भरोसा नहीं दिखा पाते हैं।
टॉप 10 सेलिंग कारों की लिस्ट देखें तो भी फोर्ड की हकीकत सामने आ जाती है। क्योंकि हाल ही में देश में लॉन्च हुई किया कंपनी सेल्टॉस कार तक इस लिस्ट में अपनी जगह बना चुकी है लेकिन लंबे समय से भारतीय बाजार में मौजूद फोर्ड की कोई भी कार लंबे समय से टॉप 10 लिस्ट में जगह नहीं बना पाई है।