अल नीनो को खराब मानसून से जोड़ कर देखा जाता है. इसे एक खतरे के तौर पर देखा जाता है. आंकड़ों बताते हैं कि अल नीनो वर्ष होने पर देश में सूखा पड़ने की आशंका करीब 60 प्रतिशत होती है ...
भारत ने वर्ष 2025 तक 76 गीगावॉट यूटिलिटी स्केल सौर और पवन बिजली उत्पादन क्षमता विकसित करने की योजना बनाई है. इससे भारत 19.5 बिलियन डॉलर (1588 बिलियन रुपए) बचा सकता है. ग्लोबल एनर्जी मॉनिटर के ताजा अध्ययन में यह बात सामने आई है.ग्लोबल सोलर पावर ट्रैक ...
तापमान में जैसे-जैसे गिरावट आती है, नमी की मात्रा बढ़ने से ठंडी उत्तर-पश्चिमी हवाएं भी भारी हो जाती हैं. इससे पृथ्वी की सतह के करीब प्रदूषकों को बांध रखने के लिए हवाओं की क्षमता भी बढ़ जाती है. ...
उत्तर प्रदेश के पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन विभाग के सचिव आशीष तिवारी का कहना है कि आज हम न सिर्फ पाॅल्यूशन सोर्सेज का पता लगा पा रहे हैं, बल्कि पाॅल्यूशन डाटा की माइक्रो लेवल एनालिसिस भी कर पा रहे हैं। ...
मिस्र में हुई कॉप-27 सम्मेलन में एक अहम बात हुई. दरअसल, जलवायु संकट के प्रभाव के कारण होने वाले ‘नुकसान और क्षति’ से निपटने के लिए 2023 में अगले कॉप से पहले दुनिया के सबसे कमजोर जनसमूहों के लिए वित्तीय सहायता संरचना स्थापित करने की प्रतिबद्धता जताई ग ...
सीएनजी या कम्प्रेस्ड प्राकृतिक गैस भी जीवाश्म ईंधन का एक प्रकार है, लेकिन इससे कार्बन का उत्सर्जन पेट्रोल या डीजल के मुकाबले 90 प्रतिशत तक कम होता है। इतना ही नहीं, इसका माइलेज भी अपेक्षाकृत अधिक होता है। जब तक इलेक्ट्रिक वाहन आम आदमी के बजट में नहीं ...
दुनिया भर में हर साल जलवायु परिवर्तन के प्रभाव, उसकी तीव्रता और आवृत्ति बेहद तेजी से बढ़ रहे हैं। चाहे बांग्लादेश में अभूतपूर्व बाढ़ हो, फिर पाकिस्तान में आई भयानक बाढ़, उसके बाद भारत में असम में, फिर मध्य प्रदेश से सटे राजस्थान के कुछ हिस्सों में अत ...
इंटरगवर्नमेंटल साइंस पॉलिसी प्लेटफॉर्म ऑन बायोडायवर्सिटी एंड इकोसिस्टम सर्विसेज (आईपीबीईएस) की एक नई रिपोर्ट पौधों, जानवरों, कवक एवं शैवालों की जंगली प्रजातियों का अधिक सतत उपयोग सुनिश्चित करने के लिए अंतर्दृष्टि, विश्लेषण और उपकरण पेश करती है. ...