ओमीक्रोन का ये नया सब-स्ट्रेन अब तेजी से फैल रहा दुनिया में, WHO ने कहा- 57 देशों में आ चुके हैं मामले
By विनीत कुमार | Published: February 2, 2022 07:47 AM2022-02-02T07:47:01+5:302022-02-02T07:53:03+5:30
WHO के अनुसार 10 सप्ताह पहले कोरोना वायरस का ओमीक्रोन वेरिएंट सामने आने के बाद से अब तक संक्रमण के नौ करोड़ से ज्यादा मामले दुनिया भर में सामने आ चुके हैं। 57 देशों में अब तक ओमीक्रोन के सब-स्ट्रेन BA.2 की पहचान हो चुकी है।

ओमीक्रोन के नए सब-स्ट्रेन ने बढ़ाई चिंता! (फाइल फोटो)
जेनेवा: कोरोना के ओमीक्रोन वेरिएंट के दुनिया भर में खतरे के बीच इसके एक और सब-वेरिएंट से संक्रमण के 57 देशों में मामले सामने आ चुके हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचो) ने मंगलवार को यह जानकारी दी। कुछ शोध के अनुसार ये नया सब-स्ट्रेन मूल ओमीक्रोन वेरिएंट से कहीं ज्यादा संक्रामक है।
ओमीक्रोन वेरिएंट की पहचान करीब 10 हफ्ते पहले दक्षिण अफ्रीका में सबसे पहले हुई थी और इसके बाद ये दुनिया भर के कई देशों में तेजी से फैल गया और संक्रमण फैलाने वाला सबसे अहम वेरिएंट साबित हुआ।
ओमीक्रोन के कई सब-वेरिएंट की हो चुकी है पहचान
WHO ने बताया कि पिछले एक महीने में दुनिया भर से लिए गए सैंपल में से 93 प्रतिशत ओमीक्रोन वेरिएंट से हैं। साथ ही ओमीक्रोन के कई अलग-अलग स्ट्रेन जैसे- BA.1, BA.1.1, BA.2 और BA.3 सामने आ चुके हैं।
इसमें से BA.1 और BA.1.1 पहले ओमीक्रोन वेरिएंट हैं, जिनकी पहचान की गई थी। ओमीक्रोन के सामने आए मामलों में इस स्ट्रेन से जुड़े करीब 96 प्रतिशत केस हैं। हालांकि अब BA.2 के मामले बढ़ते नजर आ रहे हैं।
57 देशों में हुई BA.2 से जुड़े मामलों की पहचान
WHO ने कहा, 'बीए.2 सिक्वेंस के संबंध में GISAID में 57 देशों से रिपोर्ट की गई है।' विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार कुछ देशों में अब ये सब-स्ट्रेन एकत्र किए गए सभी ओमीक्रोन मामलों में आधे से अधिक के लिए जिम्मेदार है।
WHO ने बताया कि 10 सप्ताह पहले कोरोना वायरस का ओमीक्रोन स्वरूप सामने आने के बाद से अब तक संक्रमण के नौ करोड़ से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं, जो कि वर्ष 2020 में सामने आए कुल मामलों से ज्यादा है।
गौरतलब है कि वर्ष 2020 में कोविड-19 महामारी की शुरुआत हुई थी। WHO के महानिदेशक टेड्रोस अधानोम घेबरेसस ने आगाह किया कि हालांकि ओमीक्रोन वायरस के अन्य स्वरूपों जितना घातक नहीं है फिर भी इससे बचकर रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि दुनियाभर के ज्यादातर क्षेत्रों से मौतों की संख्या में वृद्धि की बेहद डराने वाली खबरें आ रही हैं।