Afghanistan news : अमेरिका ने 65 देशों का नेतृत्व करते हुए तालिबान से किया आग्रह, कहा- अफगानों को देश से बाहर जाने दें , दुर्व्यवहार के लिए दी चेतावनी
By दीप्ती कुमारी | Updated: August 16, 2021 09:44 IST2021-08-16T09:38:28+5:302021-08-16T09:44:46+5:30
अफगानिस्तान में भयावह स्थिति के बीच अमेरिका ने अन्य 65 देशों के साथ मिलकर नागरिकों के जीवन और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए उन्हें बाहर जाने देने की बात कही है ।

फोटो सोर्स - सोशल मीडिया
काबुल : संयुक्त राज्य अमेरिका ने रविवार को 65 से अधिक देशों का नेतृत्व करते हुए तालिबान से अफगानों को देश छोड़ने देने का आग्रह किया और अमेरिका ने तालिबान को चेतावनी दी कि अगर किसी भी तरह का दुर्व्यहार किया गया तो इसका अंजाम बूरा होगा ।
विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने ट्विटर पर लिखा, ''संयुक्त राज्य अमेरिका अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ मिलकर इस बात का आग्रह करता है कि अफगान और अंतरराष्ट्रीय नागरिक, जो वहां से प्रस्थान करना चाहते है । उन्हें ऐसा करने की अनुमति दी जानी चाहिए । '' अमेरिकी विदेश विभाग में अपने सहयोगियों द्वारा हस्ताक्षरित एक साझा बयान जारी किया है । तालिबान से अफगानों को देश छोड़ने की अपील करने वाले 65 देशों में अमेरिका सबसे आगे है ।
The United States joins the international community in affirming that Afghans and international citizens who wish to depart must be allowed to do so. Roads, airports, and border crossing must remain open, and calm must be maintained. https://t.co/lsNdsPETsW
— Secretary Antony Blinken (@SecBlinken) August 16, 2021
संयुक्त बयान में कहा गया कि 'अफगानिस्तान में सत्ता और अधिकार के पदों पर मानव जीवन की सुरक्षा के लिए जिम्मेदारी और जवाबदेही है । अमेरिका सेना ने काबुल हवाई की परिधि को सुरक्षित कर लिया है । विदेश विभाग ने रविवार को कहा कि अफगान राजधानि में वॉशिंगटन के दूतावास को पूरी तरह से खाली करा दिया गया है ।
तालिबान के शहर पर नियंत्रण करने से कुछ घंटे के बाद प्रवक्ता नेड प्राइस ने एक बयान में कहा सभी दूतावास कर्मी हामिद करजई अंतररार्ष्ट्रीय हवाई अड्डे के परिसर में हैं और इसे अमेरिकी सेना द्वारा सुरक्षित कर लिया गया है । आपको बताते दें कि हाल ही में अमेरिका ने अपने नागरिकों और दूतावास कर्मियों को जल्द से जल्द अफगानिस्तान छोड़ने को कहा था । साथ ही कर्मियों को सभी जरूरी दस्तावेज जलाने को भी कहा था ताकि उसका दुरुपयोग न किया जा सके ।