LAC पर चीनी और भारतीय सैनिकों के बीच हिंसक झड़प पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने जताई चिंता, जानें क्या कहा
By अनुराग आनंद | Published: June 17, 2020 01:25 AM2020-06-17T01:25:59+5:302020-06-17T01:30:15+5:30
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कहा कि भारत और चीन दोनों देशों से अधिकतम संयम बरतने का आग्रह करते हैं।
नई दिल्ली: भारत व चीनी सेना के बीच पूर्वी लद्दाख में विवाद अब काफी अधिक बढ़ गया है। एलएसी पर जारी विवाद के बीच सोमवार रात हुए हिंसक झड़प में चीनी सेना ने धुर्तता से भारतीय जवानों पर जानलेवा हमला कर दिया। इस हमले में भारत के 20 जवान शहीद हो गए हैं। वहीं, भारतीय सेना का कहना है कि चीन के भी करीब 43 जवान मारे गए हैं या घायल हुए हैं।
अब इस मामले में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर हिंसा और मौत की खबरों पर चिंता जताई और दोनों पक्षों से “अधिकतम संयम” बरतने का आग्रह किया। गुतारेस के प्रवक्ता ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
भारतीय सेना की ओर से जारी एक वक्तव्य के अनुसार पूर्वी लद्दाख घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में भारतीय सेना के कुल 20 जवान शहीद हो गए जिसके बाद पहले से जारी गतिरोध की स्थिति और गंभीर हो गई है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता एरी कनेको ने दैनिक प्रेस वार्ता के दौरान इसकी जानकारी दी ।
We're concerned about reports of violence&deaths at Line of Actual Control between India&China & urge both sides to exercise maximum restraint. We take positive note of reports that 2 countries have engaged to deescalate the situation:Associate Spox of United Nations Secy-General pic.twitter.com/QL3zlG8tlm
— ANI (@ANI) June 16, 2020
कनेको ने लद्दाख की गलवान घाटी में हिंसक झड़प में भारतीय सैनिकों की शहादत के सवाल पर यह प्रतिक्रिया दी।
भारतीय सेना ने कहा झड़प वाले स्थान से दोनों देशों के सेना हट गए हैं-
इस घटना पर मंगलवार शाम को भारतीय सेना ने प्रेस को बताया कि चीनी सेना के जवानों को भारतीय जवानों ने मुंहतोड़ जवाब दिया है। भारतीय सेना ने अपने अधिकारिक बयान में कहा है कि भारतीय वीरों ने इस संघर्ष में ड्रैगन को धूल चटाते हुए बड़ी संख्या में उसके सैनिक मार गिराए। इस बीच भारतीय सेना ने कहा है कि है कि हम भारत की अखंडता और संप्रभुता की रक्षा को प्रतिबद्ध हैं।
इस बीच सेना ने बयान जारी करके कहा है कि भारतीय और चीनी सैनिक 15-16 जून की रात हुई झड़प वाले स्थान से हट गए हैं। सेना ने बयान में कहा कि जान गंवाने वाले 20 में से 17 सैनिक गतिरोध वाले स्थान पर, शून्य से नीचे तापमान में ड्यूटी के दौरान गंभीर रूप से घायल हो गए थे। सेना ने रात करीब 10 बजे एक जारी बयान में कहा, ''भारतीय सेना क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता की रक्षा के लिए दृढ़ता के साथ प्रतिबद्ध है।''
लद्दाख में चीन के साथ झड़प पर आया विदेश मंत्रालय का बयान-
मंगलवार को भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि सीमा विवाद को सुलझाने के लिए सैन्य और राजनयिक स्तर पर बातचीत जारी है। उन्होंने कहा, '6 जून को सीनियरों कमांडरों की अच्छी बैठक हुई। इसके बाद ग्राउंड कमांडरों के बीच कई बैठकें हुई'।
श्रीवास्तव ने आगे कहा कि हमें उम्मीद थी कि सबकुछ अच्छे से होगा। चीनी पक्ष गलावन वैली में LAC का सम्मान करते हुए पीछे चला गया, लेकिन चीन के द्वारा स्थिति बदलने की एकतरफा कोशिश करने पर 15 जून को एक हिंसक झड़प हो गई। इसमें दोनों पक्षों के लोगों की मौत हुई है, इससे बचा जा सकता था।
वहीं, उन्होंने यह भी कहा कि सीमा प्रबंधन को लेकर भारत का जिम्मेदार रवैया है। भारत सारे काम LAC में अपनी सीमा के अंदर ही करता है, चीन से भी ऐसी उम्मीद हम रखते हैं।'