कोरोना वायरस महामारी से दुनियाभर के देश सामना कर रहे हैं और 8 लाख से ज्यादा लोगों को अपनी चपेट में ले चुका है। इसके बाद संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इसकी तुलना दूसरे विश्व युद्ध से की है और कहा है कि कोरोना दूसरे युद्ध के बाद सबसे बड़ा चुनौतिपूर्ण संकट है।
एंटोनियो गुटेरेस ने संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट पेश करते हुए कहा, 'कोरोना वायरस से दुनिया में हर किसी को खतरा है। इसका अर्थव्यवस्था पर भारी असर पड़ रहा है, जिससे मंदी आएगी। शायद हाल के बीते समय में ऐसी कोई समस्या पैदा नहीं हुई है। इससे अस्थिरता, अशांति और संघर्ष बढ़ा रहा है। इन तथ्यों पर गौर करें तो हमें यकीन हो जाएगा कि यह महामारी वाकई दूसरे विश्वयुद्ध के बाद दूसरी सबसे बड़ी चुनौती है।'
संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने रिपोर्ट में कहा, 'संयुक्त राष्ट्र के 75 साल के इतिहास में आज तक ऐसे वैश्विक स्वास्थ्य संकट नहीं देखा गया है, जो लोगों को मार रहा है, उनको संक्रमित कर रहा है और लोगों के जीवन को खतरे में डाल रहा है। यह एक स्वास्थ्य संकट से कहीं ज्यादा एक मानवीय संकट है। कोरोना वायरस समाजों को उनके मूल पर हमला कर रहा है।'
गुटेरेस ने दुनियाभर के लोगों से इस महामारी से एकजुट होकर लड़ने की अपनी की। उन्होंने कहा, 'कोरोना से मजबूती और असरकारी ढ़ंग से निपटने की जरूरत है। ऐसा तब संभव होगा जब सभी देश राजनीति खेल भूलकर एक साथ आएं और यह समझें कि इससे मानवता को खतरा है।'
उन्होंने कहा कि इस महामारी से निपटने के लिए विकसित देशों को छोटे देशों की मदद करनी चाहिए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो दुनिया के दक्षिणी हिस्से में यह जंगल की आग की तरह फैलेगा और इससे लाखों लोगों की मौत हो सकती है।