Israel-Hamas War: तुर्कीये के राष्ट्रपति अर्दोआन ने इजराइल को युद्ध अपराधी और नेतन्याहू को आतंकवादी कहा, इजराइल ने बुलाए राजनयिक
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: October 29, 2023 03:06 PM2023-10-29T15:06:41+5:302023-10-29T15:32:53+5:30
तुर्कीये के राष्ट्रपति अर्दोआन ने इजराइल-हमास युद्ध शुरू होने के बाद से सबसे बड़ी फिलिस्तीन समर्थक रैलियों में से एक को संबोधित करते हुए इजराइल को "कब्जाधारी" और "युद्ध अपराधी" कहा।
Israel-Hamas War: तुर्कीये के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप अर्दोआन के एक भाषण से नाराज इजराइल ने तुर्कीये से अपने राजनयिक वापस बुला लिए हैं। तुर्कीये के राष्ट्रपति अर्दोआन ने इजराइल-हमास युद्ध शुरू होने के बाद से सबसे बड़ी फिलिस्तीन समर्थक रैलियों में से एक को संबोधित करते हुए इजराइल को "कब्जाधारी" और "युद्ध अपराधी" कहा। अर्दोआन ने कहा कि अगर हमास आतंकवादी संगठन है तो नेतनयाहू भी एक आतंकवादी हैं। इसके बाद से दोनों देशों के बीच संबंध खराब हो गए हैं।
रेचेप तैय्यप अर्दोआन ने क्या कहा
इस्तांबुल शहर में फिलिस्तीन के समर्थन में निकाले गए एक जुलूस को संबोधित करते हुए तुर्कीये के राष्ट्रपति ने कहा, "इजराइल, आप एक कब्जा करने वाले देश हो। इजराइल आप यहां आए कैसे? आपने यहां अपनी जगह कैसे बनाई? आप कब्ज़ा करने वाले हो, आप केवल एक संगठन हो और ये बात तुर्कीये के लोगों को पता है। अगर हमास आतंकवादी संगठन है तो नेतनयाहू भी एक आतंकवादी हैं। शर्म करो इजराइल हम दुनिया के सामने आपको युद्ध अपराधी घोषित करेंगे। फिलहाल हम इसके लिए तैयारी कर रहे हैं।"
रेचेप तैय्यप अर्दोआन के बयानों से भड़के इजराइल ने देश से अपने राजनयिक वापस बुला लिए। जरायली विदेश मंत्री एली कोहेन ने कहा कि उन्होंने तुर्किये से राजनयिक प्रतिनिधियों की वापसी का आदेश दिया है। एली कोहेन ने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंधों का पुनर्मूल्यांकन किया जाएगा।
संयुक्त राष्ट्र में इजरायली राजदूत गिलाद एर्दान ने भी तुर्कीये के राष्ट्रपति पर इजराइल विरोधी होने का आरोप लगाया और कहा, "सांप तो सांप ही रहेगा"। अभी 2022 में ही इज़राइल और तुर्किये राजदूतों को फिर से नियुक्त करने पर सहमत हुए थे। वे अमेरिका समर्थित प्राकृतिक गैस पाइपलाइन परियोजना पर भी चर्चा फिर से शुरू कर रहे थे जो आने वाले वर्षों में बहुत करीबी और अधिक स्थायी सहयोग का आधार बन सकती थी। मौजूदा स्थिति दोनों देशों के राजनयिकों द्वारा एक दशक तक टूटे संबंधों के बाद राजनीतिक और आर्थिक संबंधों को बहाल करने के प्रयासों के लिए एक झटका है।