Turkey election 2023: रेसेप तैयप एर्दोगन को एक बार फिर तुर्की का राष्ट्रपति चुन लिया गया है। इसी के साथ यह तय हो गया है कि एर्दोआन का निरंकुश शासन ऐसे समय में जारी रहेगा जब देश अत्यधिक महंगाई और कई शहरों को प्रभावित करने वाले भूकंप के प्रभाव से जूझ रहा है।
इस तीसरे कार्यकाल में एर्दोआन घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और मजबूत होंगे और इस चुनाव के परिणामों का असर राजधानी अंकारा के बाहर भी महसूस किया जाएगा। रविवार को हुए दूसरे दौर के चुनाव में एर्दोगन ने अपने प्रतिद्वंद्वी कमाल कलचदारलू को लगभग 4 प्रतिशत मतों से हराया। विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार, एर्दोगन को 52.08 प्रतिशत वोट मिले तो वहीं कमाल को 48.92 वोट हासिल हुए हैं।
तुर्की में राष्ट्रपति का पद जीतने के लिए उम्मीदवार का 50 प्रतिशत से ज्यादा का वोट हासिल करना जरूरी है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेसेप तैयप एर्दोगन को तुर्की के राष्ट्रपति के रूप में फिर से चुने जाने पर बधाई दी। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, "तुर्की के राष्ट्रपति के रूप में फिर से चुने जाने पर रेसेप तैयप एर्दोगन को बधाई! मुझे विश्वास है कि आने वाले समय में हमारे द्विपक्षीय संबंध और वैश्विक मुद्दों पर सहयोग निरंतर बढ़ता रहेगा।"
इस्तांबुल और अंकारा में एर्दोगन ने दो भाषण दिए थे, जिसमें एर्दोगन ने उन्हें पांच और वर्षों के लिए राष्ट्रपति पद सौंपने के लिए देश को धन्यवाद दिया। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, इस्तांबुल में उन्होंने अपने समर्थकों से कहा, "हमें उम्मीद है कि हम आपके भरोसे के काबिल होंगे, जैसा कि हम 21 साल से हैं।" वहीं, अंकारा में अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था, "आज एकमात्र विजेता तुर्की है।"