सर्च इंजन गूगल ने विंटर सोलस्टिक 2018 पर खास डूडल बनाया है।आज सूर्य उत्तरायण होगा। सूर्य आज मकर रेखा पर होगा। आज सूरज दक्षिण गोलार्ध के अपने अधिकतम बिन्दु पर पहुँचकर उत्तर गोलार्ध में प्रवेश करेगा। सूर्य के दक्षिणायण से उत्तरायण होने की वजह से 21 दिसम्बर साल 2018 का सबसे छोटा दिन और सबसे लम्बी रात होगी। भारतीय ज्योतिष में इसे मकर सायन कहते हैं। खगोल विज्ञान में इस घटना को विंटर सोलस्टिक कहते हैं। आज पृथ्वी सूर्य से सबसे करीब होती है।
सूर्य के दक्षिणी गोलार्ध के सबसे आखिरी बिन्दु पर होने की वजह से उत्तरी गोलार्ध में मौजूद में उसकी ऊष्मा न्यूनतम पहुँचती है। सूर्य साल में एक बार दक्षिणी गोलार्ध से उत्तरी गोलार्ध में प्रवेश करता है और एक बार उत्तरी गोलार्ध से दिणी गोलार्ध में। सूर्य करीब छह महीने में दक्षिणी से उत्तरी गोलार्ध में जाता है। भारतीय समय के अनुसार शुक्रवार तड़के 3.53 बजे सूर्य मकर रेखा के अधिकतम बिन्दु पर पहुँच जाएगा। आज का दिन 24 घण्टे 30 मिनट लम्बा होगा।
इस बार विंटर सोलस्टिक इसलिए भी खास है क्योंकि वैज्ञानिकों के अनुसार शुक्रवार और शनिवार (22 दिसम्बर) दोनों दिन पूर्ण चंद्र की रात होगी। विंटर सोलस्टिक सर्दी की शुरुआत की घोषणा भी मानी जाती है।
भारत में मकर संक्रांति का महत्व
सूर्य के उत्तरायण होने का हिंदु धर्म समेत अन्य भारतीय धर्मों में काफी महत्व है। सूर्य के उत्तरायण होने के बाद आने वाली मकर संक्रांति पर प्रयासराज के कुम्भ में लाखों श्रद्धालु स्नान, ध्यान और पूजा करते हैं।
कृषि के लिए भी यह सूर्य का उत्तरायण होना अहम माना जाता है। देश के अलग-अलग हिस्सों में इस पर्व को अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है।