मानव तस्करी के आरोप में फंसा विमान चार दिन फ्रांस में रोके जाने के बाद मुंबई में उतरा, ज्यादातर यात्री भारत के
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: December 26, 2023 08:24 AM2023-12-26T08:24:24+5:302023-12-26T08:30:21+5:30
संदिग्ध मानव तस्करी के आरोपों में फंसा लीजेंड एयरलाइंस का विमान चार दिन तक फ्रांस में जबरन खड़ा रहने के बाद आखिरकार 276 यात्रियों को लेकर मुंबई में उतर गया है।
नई दिल्ली: संदिग्ध मानव तस्करी के आरोपों में फंसा लीजेंड एयरलाइंस का विमान चार दिन तक फ्रांस में जबरन खड़ा रहने के बाद आखिरकार 276 यात्रियों को लेकर मुंबई में उतर गया है। इस विमान में सवार ज्यादातर यात्री भारतीय थे। बताया जा रहा है कि एयरबस A340 आज सुबह में तड़के करीब 4 बजे मुंबई में उतरा।
समाचार वेबसाइट एनडीटीवी के अनुसार इस विमान ने स्थानीय समयानुसार दोपहर करीब 2.30 बजे पेरिस के पास वैट्री हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी। फ्रांसीसी अधिकारियों ने पुष्टि की कि 276 यात्री उड़ान के लिए विमान में सवार हुए थे, जबकि पांच नाबालिगों सहित 20 व्यक्ति अभी भी फ्रांस में रुके हुए हैं।
मालूम हो कि रोमानिया की विमानन कंपनी लीजेंड एयरलाइंस के वकील ने एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि फ्रांस में रुके सभी भारतीयों को सोमवार को भारत भेजा जा सकता है। यह विमान पिछले हफ्ते गुरुवार को फ्रांस के एक छोटे से हवाई अड्डे पर तब उताया गया।
जब किसी अज्ञात खबरी ने फ्रांसीसी अधिकारियों को सूचना दी कि इस विमान में कुछ ऐसे यात्री सवार हैं जिन्हें मानव तस्करी के तहत यात्रा करायी जा रही है। विमान में सवार यात्रियों में 21 महीने का बच्चा भी शामिल था।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार फ्रांसीसी अधिकारियों ने दो यात्रियों को आगे की जाँच-पड़ताल के लिए रोका गया है। इस मामले में मानव तस्करी को अंजाम देने वाले किसी संगठित गिरोह का हाथ होने की फ्रांसीसी अधिकारी जाँच की जा रही है।
फ्रांसीसी अधिकारियों ने बताया कि विमान में सवार कई यात्रियों ने शरण दिए जाने का अनुरोध किया है। विमान में 11 नाबालिग यात्री भी थे, जिन्हें विशेष प्रशासनिक निगरानी में रखा गया है।
लीजेंड एयरलाइंस की यह विमान उड़ान सेवा ईंधन भरने के लिए फ्रांस के हवाई अड्डे पर उतरी थी, जो पेरिस से लगभग 160 किमी दूर है। इस विमान में सवार यात्रियों के "मानव तस्करी के शिकार होने की संभावना" की गुप्त सूचना के बाद इसे वहीं एयरपोर्ट पर रोक दिया गया था।
समाचार एजेंसी एएफपी के सूत्रों के मुताबिक विमान अमेरिका में व्यक्तियों की तस्करी की कोशिश करने वाले एक अपराध सिंडिकेट से जुड़ा हो सकता है। इस मामले की जांच अब फ्रांस की संगठित अपराध विरोधी इकाई जुनाल्को के अधिकार क्षेत्र में है। यदि मानव तस्करी की बात साबित हो जाएगी फ़्रांस में उसके गंभीर परिणाम होंगे, जिसमें 20 साल तक की सज़ा हो सकती है।