चीन के बाहर कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है, जबकि चीन में कोरोना के नए केस में पहले की तुलना में कमी आ रही है। कोरोना का केंद्र रहे वुहान में भी संक्रमित लोगों की संख्या में कमी देखने को मिल रहा है।
पहली बार बीते मंगलवार को चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने वुहान का दौरा किया और स्वास्थ्य अधिकारियों को कार्रवाई तेज करने के निर्देश दिए। साथ ही कुछ कंपनियों को वुहान में काम शुरू करने की इजाजत भी मिल गई। इसी बीच खबर है कि राष्ट्रपति के वुहान दौरे से पहले लोगों ने सोशल मीडिया पर भारी विरोध जताया।
शहर के नव नियुक्त चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के प्रमुख वांग झोंगलिन द्वारा चार दिन पहले दिए गए एक भाषण को लेकर लोगों में भारी गुस्सा देखा गया। दरअसल, राष्ट्रपति के दौरा से पहले एक कार्यक्रम में वरिष्ठ स्थानीय अधिकारियों की मौजूदगी में वुहान शहर में वांग ने "आभार शिक्षा अभियान" का आह्वान किया।
इसके तहत वुहान के नागरिकों को बीमारी से निपटने में सरकार व राष्ट्रपति के प्रयासों के लिए शी और उनकी पार्टी को धन्यवाद व्यक्त करने के लिए लोगों को कहा गया। इस अभियान के तहत सभी लोगों को ऐसा करने के लिए सिखाए जाने की बात की गई।
जब वांग अपने देश के प्रमुख शी के आगामी निरीक्षण दौरे से पहले वुहान में अनुकूल माहौल बनाने का प्रयास कर रहे थे, तब शायद उन्हें अपने प्रयास के विरोध में जनता के क्रोध और हताशा के बड़े पैमाने पर फैलने की उम्मीद नहीं की।
इसका परिणाम ये हुआ कि राष्ट्रपति दौरा से कुछ देर पहले सोशल मीडिया पर भारी विरोध देखने को मिला। एक अंग्रेजी वेबसाइट निक्की एशियन रिव्यूके मुताबिक, सरकार विरोधी कई महत्वपूर्ण ऑनलाइन पोस्ट को सिर्फ इसलिए नहीं सेंसर किया जा सका क्योंकि भारी संख्या में लोग इस तरह की पोस्ट कर रहे थे, जबकि इसे रोकने के लिए सेंसरशिप अधिकारियों के पास इतने लोग नहीं थे। कुछ लोगों ने लिखा कि हम अभी भी घातक वायरस के खिलाफ लड़ाई के बीच में हैं। कुछ ने कहा कि लोग हर दिन अभी भी मर रहे हैं। वहीं, एक और सोशल मीडिया यूजर ने लिखा कि खाद्य कीमतों में वृद्धि जारी है।
बता दें कि वांग चीन के राष्ट्रपति के काफी करीबी हैं। फरवरी में मा गुओकियांग को हटाकर शी की पसंदीदा वांग वुहान पहुंचे। गुओकियांग को कोरोनोवायरस के लिए उनकी असफल प्रारंभिक प्रतिक्रिया के कारण बर्खास्त कर दिए गए थे।
क्या है कोरोना वायरस पर अपडेट-बता दें कि इटली में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 7,900 मामले सामने आए हैं। जबकि इससे मरने वालों की संख्या 463 हो गई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि दुनिया में अब तक नोवेल कोरोना वायरस निमोनिया के 1 लाख से अधिक मामलों की पुष्टि की गई है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन इस बिमारी को दुनिया भर के देशों के लिए महामारी घोषित कर दी है। इसी बीच चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवतक्ता ने ट्वीट कर कहा है कि इस बिमारी को फैलाने में अमेरिका की जिम्मेदारी हो सकती है।
बता दें कि चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने ट्वीट कर कहा कि वुहान में कोरोना वायरस फैलाने के लिए अमेरिकी सेना जिम्मेदार हो सकती है। अमेरिका को इस मामले में अपनी जिम्मेदारियां तय करनी होंगी।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अमेरिका को इस मामले में पारदर्शिता अपनाते हुए सूचना सार्वजनिक करना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अमेरिका को यह बताना चाहिए कि पहला इस बिमारी से पीड़ित व्यक्ति कब उनके देश में मिला था। इसके साथ ही एक सैन्य कार्यक्रम के दौरान चीन आए अमेरिकी सैनिकों द्वारा इस बिमारी के फैलने की आशंका उन्होंने जताई है।