SriLanka Protests: पीएम रानिल विक्रमसिंघे देंगे इस्तीफा, सर्वदलीय सरकार बनने का रास्ता साफ, राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे भागे!, देखें वीडियो
By सतीश कुमार सिंह | Published: July 9, 2022 06:24 PM2022-07-09T18:24:02+5:302022-07-09T18:49:14+5:30
SriLanka Protests: 2.2 करोड़ की आबादी वाला देश श्रीलंका गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। इस बीच, श्रीलंका में अमेरिकी राजदूत जूली चुंग ने शुक्रवार को देश की सेना और पुलिस से शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन की अनुमति देने का आग्रह किया।
कोलंबोः श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने कहा कि वह इस्तीफा देने और सर्वदलीय सरकार के लिए मार्ग प्रशस्त करने को तैयार हैं। विक्रमसिंघे ने पार्टी नेताओं से कहा वह देश की हालात सुधरना चाहते हैं। श्रीलंका में लोगों ने राष्ट्रपति के आवास पर कब्जा कर लिया है।
श्रीलंका में बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के इस्तीफे की मांग करते हुए शनिवार को मध्य कोलंबो के कड़ी सुरक्षा वाले फोर्ट इलाके में अवरोधकों को हटाकर उनके (राष्ट्रपति के) आधिकारिक आवास में घुस गए। कुछ प्रदर्शनकारियों के हाथ में श्रीलंका का ध्वज और हेलमेट थे।
प्रधानमंत्री के मीडिया प्रभाग ने कहा कि सर्वदलीय सरकार बनने और संसद में बहुमत साबित होने के बाद वह प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देंगे। उनके कार्यालय ने कहा कि विक्रमसिंघे तब तक प्रधानमंत्री पद पर बने रहेंगे। विक्रमसिंघे ने पार्टी नेताओं से कहा कि वह इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए पद छोड़ने का निर्णय ले रहे हैं कि इस सप्ताह से देशव्यापी ईंधन वितरण दोबारा शुरू किया जाना है, विश्व खाद्य कार्यक्रम के निदेशक इस सप्ताह देश का दौरा करने वाले हैं और आईएमएफ के लिए ऋण निरंतरता रिपोर्ट को जल्द ही अंतिम रूप दिया जाना है।
#SriLankaProtests | Prime Minister Ranil Wickremesinghe has told the party leaders that he is willing to resign as Prime Minister of the nation and make way for an all-party government to take over: PMO
— ANI (@ANI) July 9, 2022
सरकार विरोधी प्रदर्शनों के कारण मई में राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के बड़े भाई महिंदा राजपक्षे को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने पर मजबूर होना पड़ा था। प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति आवास की दीवारों पर चढ़ गए और वे अंदर ही हैं। हालांकि, उन्होंने किसी संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाया और न ही किसी तरह की हिंसा की है।
बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति राजपक्षे के इस्तीफे की मांग को लेकर फोर्ट इलाके में एकत्र हुए थे। प्रदर्शनकारी देश में गंभीर आर्थिक संकट को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। राजपक्षे पर मार्च से ही इस्तीफा देने का दबाव बढ़ रहा है।
Dramatic visuals show protestors breaking into Sri Lankan President Gotabaya Rajapaksa's residence
— ANI Digital (@ani_digital) July 9, 2022
Read @ANI Story | https://t.co/YJnXvCZowt#GotabayaRajapaksa#SriLankaProtests#SriLankaEconomicCrisispic.twitter.com/Q3o0zgQwCz
वह अप्रैल में प्रदर्शनकारियों द्वारा उनके कार्यालय के प्रवेश द्वार पर कब्जा करने के बाद से ही राष्ट्रपति आवास को अपने आवास तथा कार्यालय के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, शनिवार के विरोध प्रदर्शन की आशंका के मद्देनजर राष्ट्रपति को शुक्रवार को उनके आवास से बाहर ले जाया गया था। सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रपति को कहां ले जाया गया है, इस बारे में पता नहीं चल सका है।
#WATCH | Sri Lanka: People gather in large numbers outside the Presidential Secretariat in Colombo as the beleaguered island-nation witnesses massive protests amid ongoing economic turmoil
— ANI (@ANI) July 9, 2022
(Source: Reuters) pic.twitter.com/H2AprxYxsN
प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति के कार्यालय और आधिकारिक आवास दोनों पर कब्जा कर लिया है। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए उन पर आंसू गैस के गोले छोड़े और पानी की बौछारें कीं तथा गोलियां चलायीं, लेकिन फिर भी प्रदर्शनकारी अवरोधकों को हटाकर राष्ट्रपति आवास में घुस गए।
#WATCH | Sri Lanka: Massive protests erupt on the roads of Colombo as people confront security personnel while protesting against the exacerbating economic situation amid prevailing unrest in the island-nation
— ANI (@ANI) July 9, 2022
(Source: Reuters) pic.twitter.com/tJRgAcyAXh
उनके अपने सांसदों के एक समूह ने उन्हें एक पत्र लिखा है, जिसमें उनसे पद छोड़ने और एक नया प्रधानमंत्री और एक सर्वदलीय सरकार गठित करने का आग्रह किया गया है। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो के मुताबिक, एक वीआईपी काफिला कोलंबो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंच गया है, जहां श्रीलंका एयरलाइंस का एक विमान खड़ा था।
(इनपुट एजेंसी)