साउथ कोरिया ने नॉर्थ कोरिया को दी चेतावनी, कहा- "किसी भी परमाणु हमले का परिणाम किम जोंग उन के शासन का अंत होगा..."
By अंजली चौहान | Published: July 22, 2023 10:37 AM2023-07-22T10:37:21+5:302023-07-22T10:39:07+5:30
योनहाप समाचार एजेंसी ने शुक्रवार को बताया कि दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया को चेतावनी दी है कि उत्तर कोरिया की ओर से किसी भी परमाणु हमले का मतलब किम जोंग उन के नेतृत्व वाले शासन का "अंत" होगा।
सियोल:दक्षिण कोरिया और उत्तरी कोरिया के बीच विवाद दुनिया के किसी भी देश से छुपा हुआ नहीं है। अब खबर है कि दक्षिण कोरिया ने उत्तरी कोरिया को चेतावनी दी है कि अगर उनके देश पर कोई भी परमाणु हमला होगा तो उसका मतलब है किम जोंग उन के शासन वालो कोरियाई देश का अंत।
यह चेतावनी ऐसे वक्त में आई है जब नॉर्थ कोरिया कहा कि यहां अमेरिकी परमाणु-सक्षम पनडुब्बी और अन्य रणनीतिक संपत्तियों की तैनाती उसके परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की शर्तों को पूरा कर सकती है।
योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, प्योंगयांग के रक्षा मंत्री कांग सुन-नाम ने पिछले दिन एक तीखा बयान जारी कर दक्षिण कोरिया में 18,750 टन की ओहियो श्रेणी की परमाणु बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बी (एसएसबीएन) यूएसएस केंटकी के आगमन और इस सप्ताह दक्षिण कोरिया-अमेरिका परमाणु सलाहकार समूह (एनसीजी) की उद्घाटन बैठक की आलोचना की थी, जिसके बाद सियोल के रक्षा मंत्रालय ने चेतावनी को फिर से जारी किया।
योनहाप समाचार एजेंसी ने सियोल मंत्रालय के हवाले से कहा, "दक्षिण कोरिया-अमेरिका गठबंधन के खिलाफ किसी भी उत्तर कोरियाई परमाणु हमले की स्थिति में, उसे गठबंधन से तत्काल, जबरदस्त और निर्णायक प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ेगा और हम फिर से दृढ़ता से चेतावनी देते हैं कि इसके माध्यम से उत्तर कोरियाई शासन का अंत होगा।"
गौरतलब है कि दक्षिण कोरिया के मंत्रालय ने उत्तर कोरिया के निरंतर परमाणु और मिसाइल खतरों दो देखते हुए रक्षात्मक उपाय के रूप में एनसीजी सभा और एसएसबीएन की तैनाती का बचाव किया। उत्तर के इस दावे को खारिज कर दिया कि उन्होंने अड़ियल देश के लिए परमाणु खतरा पैदा किया है।
बयान में यह भी कहा गया है कि नॉर्थ कोरिया का परमाणु कार्यक्रम और मिसाइल उकसावे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों और अवैध गतिविधियों का स्पष्ट उल्लंघन हैं। यह देखते हुए कि यह एकमात्र देश है जो दक्षिण कोरिया-अमेरिका गठबंधन के खिलाफ परमाणु हमले की धमकियों को दोहराता है।
मंत्रालय ने कहा, "उत्तर कोरिया को अपने परमाणु विकास और धमकियों के माध्यम से दक्षिण कोरिया-अमेरिका गठबंधन से कभी भी कोई रियायत नहीं मिलेगी, और (हम) उससे आग्रह करते हैं कि वह यह पहचाने कि उसका अलगाव और विनाश और गहरा हो जाएगा, और तेजी से परमाणु निरस्त्रीकरण के रास्ते पर आ जाए।"
योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, 1981 के बाद से पहली अमेरिकी एसएसबीएन की दक्षिण यात्रा तब हुई जब अमेरिका ने वाशिंगटन घोषणापत्र में रणनीतिक पनडुब्बी सहित अपनी हाई-प्रोफाइल सैन्य संपत्तियों की "नियमित दृश्यता" बढ़ाने का वादा किया था, जिसे राष्ट्रपति यूं सुक येओल और जो बिडेन ने अप्रैल में अपने शिखर सम्मेलन के दौरान जारी किया था।