वाशिंगटन, 26 मार्च अमेरिका की एसोसिएट अटॉर्नी जनरल के पद पर भारतीय-अमेरिकी नागरिक अधिकारों के मामले लड़ने वाली वकील वनिता गुप्ता के मनोनयन को लेकर सीनेट की न्याय समिति दो धड़े में बंट गई है तथा पक्ष एवं विपक्ष दोनों में बराबर वोट पड़े हैं। गुप्ता के मनोनयन का रिपब्लिक पार्टी विरोध कर रही है।
गुप्ता के मनोनयन पर बृहस्पतिवार को सीनेट की समिति में हुए मतदान में पक्ष और विपक्ष में 11-11 वोट पड़े। सीनेट में बहुमत के नेता डेमोक्रेट चक स्कमर अब सीनेट में एक प्रस्ताव रखकर गुप्ता के मनोनयन पर वोट की मांग कर सकते हैं।
अगर गुप्ता के मनोनयन को सीनेट की मंजूरी मिल जाती है तो वह देश की पहली अश्वेत और सिविल अधिकार अधिवक्ता होंगी जो विधि विभाग के शीर्ष तीन पदों में से एक पर काबिज होंगी। गौरतलब है कि 100 से ज्यादा संगठनों ने 46 वर्षीय गुप्ता के मनोनयन को मंजूरी देने के लिए सीनेट से अनुरोध किया है।
गुप्ता के मनोनयन पर 11-11 के मतदान के बाद सीनेट की न्याय समिति ने कहा कि प्रावधान 27 के तहत नेता स्कमर अब गुप्ता की नियुक्ति पर मुहर के लिए सीनेट में प्रस्ताव रख सकते हैं।
समिति में मतदान से पहले रिपब्लिक पार्टी के सभी सदस्यों ने सीनेटर डर्बिन को पत्र लिखकर गुप्ता की नियुक्ति को मंजूरी से पहले दूसरी सुनवाई की मांग की थी।
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