चिंगदाओ/शंघाई, 9 जून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज इस बंदरगाह शहर में आने के बाद चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग से मुलाकात की। ये दोनों नेता वुहान में उनकी पहली अनौपचारिक शिखर वार्ता में किये गये फैसलों के क्रियान्वयन की प्रगति का जायजा लेंगे। यह बैठक यहां होने जा रहे शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सालाना सम्मेलन से इतर हुई। इस सम्मेलन में आतंकवाद, चरमपंथ और कट्टरपंथ के खिलाफ जंग में सहयोग बढ़ाने के ठोस तरीके खोजे जाएंगे और वर्तमान वैश्विक मुद्दों पर विचार विमर्श होगा।
पीएम मोदी और शी के व्यापार एवं निवेश के क्षेत्रों में संबंध गहरे करने के तरीके खोजने तथा कुलमिलाकर द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा करने की उम्मीद है। इस बैठक से कुछ सप्ताह पहले दोनों नेताओं ने मध्य चीन के शहर वुहान में एक अनौपचारिक वार्ता की थी जिसमें उन्होंने दो एशियाई शक्तियों के बीच संबंधों को ठोस करने पर नजरिया साझा किया था।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि मोदी और शी वुहान अनौपचारिक वार्ता में किये गये फैसलों के क्रियान्वयन की प्रगति का जायजा ले सकते हैं। पीएम मोदी के अन्य एससीओ देशों के नेताओं के साथ करीब आधा दर्जन द्विपक्षीय बैठकें करने की उम्मीद है। यह पहली बार है जब भारत और पाकिस्तान को इस संगठन का पूर्ण सदस्य बनाए जाने के बाद भारत के प्रधानमंत्री एससीओ शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।
एससीओ का गठन 2001 में शंघाई में एक सम्मेलन में रूस, चीन, किर्गिज गणराज्य, कजाखस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपतियों ने किया था। भारत और पाकिस्तान पिछले साल इसके सदस्य बने। उम्मीद की जा रही है कि मोदी दूसरे एससीओ देशों के नेताओं के साथ आधा दर्जन वार्ताएं करेंगे। बहरहाल , अभी आधिकारिक तौर पर इस संबंध में कुछ नहीं कहा गया है कि पाकिस्तानी राष्ट्रपति ममनून हुसैन के साथ मोदी की कोई मुलाकात होगी या नहीं।