जी-20 शिखर सम्मेलन में शु्क्रवार (28 जून) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ मुलाकात की। इस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ने पीएम मोदी को लोकसभा चुनाव में मिली विशाल जीत के लिए बधाई दी है। वहीं, दोनों देशों ने मिलकर चार अहम मुद्दों पर बातचीत करेंगे है। इनमें ईरान, 5 जी, रक्षा, द्विपक्षीय संबंध शामिल हैं।
जापान-अमेरिका-भारत के बीच त्रिपक्षीय बैठक के थोड़ी देर बाद दोनों नेताओं ने मुलाकात की, जिसमें मोदी ने समूह के लिए ‘‘भारत के महत्व’’ को रेखांकित किया था। मोदी-ट्रम्प की बैठक इस लिहाज से भी महत्वपूर्ण है क्योंकि अमेरिकी उत्पादों पर "अत्यधिक उच्च" शुल्क लगाने के भारत के निर्णय की अमेरिकी राष्ट्रपति खुलकर आलोचना करते रहे हैं।
दोनों देशों की मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि मेरे नए कार्यकाल के दौरान आपसे (डोनाल्ड ट्रंप) से मिलने का अवसर मिला है, जिसके लिए मैं हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। भारत की जनता ने हमें स्थिर सरकार बनाने का मौका दिया है। पीएम मोदी ने कहा कि हम चार विषयों पर जरूर चर्चा करेगें इनमें ईरान, 5 जी, रक्षा, द्विपक्षीय संबंध शामिल हैं।
पीएम ने कहा कि भारत और अमेरिका के संबंध एक दूरगामी और सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़े हैं। इसके लिए हम प्रतिबध्द हैं और लगातार प्रयास करते रहेंगे।
वहीं, ट्रंप ने पीएम मोदी को जीत की बधाई देते हुए कहा है कि आपको चुनावों में मिली जीत के लिए बहुत बहुत बधाई और आप इस जीत के काबिल हैं। साथ ही साथ उन्होंने पीएम की तारीफ करते हुए कहा है कि आप अच्छा काम कर रहे हैं और पिछली बार आप जब चुनाव जीते थे उस समय विभन्न दल जो आपस में चुनाव लड़ रहे थे वो इस बार वे एक साथ आए। फिर भी आप जीत गए ये दिखाता है कि आप एक अद्भुत क्षमता का नमूना है।
उन्होंने कहा कि हम दोनों देशों के रिश्तों को एक नई ऊंचाई पर ले जाएंगे और अमेरिका के भारत के साथ रिश्ते मजूबत हुए हैं। पीएम मोदी मेरे अच्छे दोस्त बन गए हैं। हम रक्षा सहित अन्य कई क्षेत्रों में साथ मिलकर काम करने वाले हैं। जी-20 शिखर सम्मेलन में दोनों देश व्यापार को लेकर बातचीत करेंगे। ट्रम्प ने इससे पहले गुरुवार को जापान पहुंचने पर ट्वीट किया था, ‘‘ मैं प्रधानमंत्री (नरेन्द्र) मोदी से इस संबंध में बात करना चाहता हूं कि भारत ने वर्षों से अमेरिका के खिलाफ ज्यादा शुल्क लगा रखा है और हाल के दिनों में उसे और बढ़ा दिया गया है। यह अस्वीकार्य है और शुल्क को निश्चित रूप से वापस लिया जाना चाहिए। ’’ भाजपा के हाल ही में संसदीय चुनाव में बड़ी जीत हासिल करने के बाद मोदी की ट्रम्प से यह पहली मुलाकात है।