नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके कनाडाई समकक्ष जस्टिन ट्रूडो ने मंगलवार रात को विश्व स्वास्थ्य संगठन सहित बहुपक्षीय संस्थानों को मजबूत बनाने की जरूरत पर जोर दिया और स्वास्थ्य, सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक मुद्दों पर विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मंचों पर एक साथ काम करने पर सहमति जताई।
टेलीफोन पर हुई वार्ता के दौरान दोनों नेताओं ने इस बात पर भी सहमति जताई कि भारत कनाडा भागीदारी कोविड के बाद की दुनिया में, मानवीय मूल्यों को आगे बढ़ाने सहित विभिन्न बेहतर कदमों के लिए एक स्तंभ हो सकती है।
कोरोना संक्रमण को लेकर उत्पन्न हालात पर दोनो देशों के नेताओं ने बात की-
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, नेताओं ने एक दूसरे को, अपने अपने देशों में कोविड-19 महामारी की स्थिति और इसके कारण उत्पन्न हालात से अवगत कराया और स्वास्थ्य तथा आर्थिक संकट के हल के लिए अंतरराष्ट्रीय समन्वय की संभावनाओं पर चर्चा की।
प्रधानमंत्री मोदी ने कोविड-19 संकट के दौरान कनाडा में रह रहे भारतीय नागरिकों की सहायता करने और उनकी स्वदेश वापसी में मदद के लिए कनाडा के अधिकारियों की सराहना की। ट्रूडो ने भारत से कनाडाई नागरिकों की वापसी के लिए की गई सहायता पर प्रसन्नता जाहिर की। दोनों नेताओं ने आने वाले दिनों में परस्पर मशविरा जारी रखने पर सहमति जताई।
कनाडा के साथ बेहतर हैं भारत के संबंध-
कनाडा और भारत के बीच समृद्ध व्यापारिक संबंध काफी पहले से हैं। 2008 की मंदी के बावजूद, दोनों देशों के आपसी मधुर संबंध की वजह से व्यापार में 70% से अधिक की वृद्धि हुई थी। भारत ने कनाडा के साथ व्यापारिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए वर्ष 2012 में भारत सरकार की तरफ से काफी बेहतर पहले हुई थी। इसके बाद, भारत में नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के बाद इन दोनों देशों के रिश्ते में एक बार फिर गर्मजोशी देखने को मिला।
यही वजह है कि दोनों देशों के बीत 2018 में कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो अपने परिवार के साथ भारत आए थे। इस दौरान राष्ट्रपति भवन में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और उनके परिवार का स्वागत किया था। इसी दौरान दोनों देश के प्रधानमंत्री ने 6 समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे। दोनों देशों में ये करार इलेक्टॉनिक्स, दूसरा पेट्रोलियम, तीसरा स्पोर्ट्स, चौथा कॉमर्स एंड इंडस्ट्रियल पॉलिसी, पांचवा उच्च शिक्षा और छठा साइंस, टेक्नॉलजी और इन्नोवेशन पर समझौता के तौर पर हुआ था।