प्रधानमंत्री मोदी ने श्रीलंकाई राष्ट्रपति से कहा, भारत हरसंभव मदद के लिए हमेशा तैयार
By भाषा | Published: August 30, 2018 08:52 PM2018-08-30T20:52:00+5:302018-08-30T20:52:00+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और श्रीलंका राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना की मुलाकात नेपाल की राजधानी काठमांडो में ‘‘बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी एवं आर्थिक सहयोग पहल ’’ (बिम्स्टेक) के चौथे शिखर सम्मेलन से इतर हुई
काठमांडो, 30 अगस्त: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना के साथ यहां हुयी बैठक में भारत-श्रीलंका संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत चर्चा हुयी। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने श्रीलंका को उसकी इच्छा के अनुसार मदद करने की बात की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री मोदी ने श्रीलंका के राष्ट्रपति के साथ विकास में सहयोग तथा द्विपक्षीय संबंधों से संबद्ध अन्य क्षेत्रों को मजबूत बनाने के लिए सकारात्मक बातचीत की।
दोनों नेताओं की मुलाकात नेपाल की राजधानी काठमांडो में ‘‘बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी एवं आर्थिक सहयोग पहल ’’ (बिम्स्टेक) के चौथे शिखर सम्मेलन से इतर हुई। मोदी ने ट्वीट किया कि राष्ट्रपति सिरीसेना से मिलने पर खुशी हुयी। हमने भारत-श्रीलंका मित्रता के विभिन्न पहलुओं पर व्यापक विचार-विमर्श किया।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री मोदी और श्रीलंकाई राष्ट्रपति सिरीसेना ने काठमांडो में बिम्सटेक शिखर सम्मेलन से इतर मुलाकात की। करीबी मित्र और मूल्यवान पड़ोसी के साथ सहयोग को मजबूत बनाने पर जोर दिया गया। विदेश सचिव विजय गोखले ने ब्रीफिंग के दौरान कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति सिरीसेना से मुलाकात की और दोनों नेताओं ने विकास सहयोग की समीक्षा की।
उन्होंने कहा कि श्रीलंका में हम जिन परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं उन पर चर्चा की गयी और प्रधानमंत्री ने दोहराया कि भारत यह सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है कि हम इन परियोजनाओं को आगे बढ़ाने में श्रीलंका की इच्छा के अनुसार सहायता करेंगे। बिम्सटेक एक क्षेत्रीय समूह है जिसमें बांग्लादेश, भारत, म्यामां, श्रीलंका, थाईलैंड, भूटान और नेपाल शामिल हैं। इन देशों में दुनिया की 22 प्रतिशत आबादी रहती है।