पीएम मोदी की अमेरिकी राजकीय यात्रा समाप्त, मिस्र के लिए हुए रवाना, जानें पूरा शेड्यूल
By मनाली रस्तोगी | Published: June 24, 2023 09:01 AM2023-06-24T09:01:40+5:302023-06-24T09:03:28+5:30
अमेरिका की अपनी पहली राजकीय यात्रा का शुक्रवार को समापन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अरब राष्ट्र की दो दिवसीय यात्रा के लिए मिस्र के लिए रवाना हुए।
वॉशिंगटन: अमेरिका की अपनी पहली राजकीय यात्रा का शुक्रवार को समापन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अरब राष्ट्र की दो दिवसीय यात्रा के लिए मिस्र के लिए रवाना हुए।
पीएम मोदी ने ट्वीट कर हुए लिखा, "एक बहुत ही विशेष यूएसए यात्रा का समापन, जहां मुझे भारत-यूएसए मित्रता को गति देने के उद्देश्य से कई कार्यक्रमों और बातचीत में भाग लेने का मौका मिला। हमारे देश अपने ग्रह को आने वाली पीढ़ियों के लिए एक बेहतर स्थान बनाने के लिए मिलकर काम करते रहेंगे।"
अपनी अमेरिकी यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लिया और शीर्ष भारतीय और अमेरिकी सीईओ से मुलाकात की। उनके आगमन पर व्हाइट हाउस में उनका औपचारिक स्वागत किया गया और गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
Concluding a very special USA visit, where I got to take part in numerous programmes and interactions aimed at adding momentum to the India-USA friendship. Our nations will keep working together to make our planet a better place for the coming generations. pic.twitter.com/UmATOH3acd
— Narendra Modi (@narendramodi) June 24, 2023
उन्हें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ-साथ प्रथम महिला जिल बाइडन द्वारा व्हाइट हाउस में राजकीय रात्रिभोज के साथ-साथ अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस द्वारा राजकीय लंच के लिए आयोजित किया गया था।
मिस्र के लिए उड़ान भरने से पहले पीएम मोदी ने वॉशिंगटन डीसी में रोनाल्ड रीगन बिल्डिंग में भारतीय प्रवासियों के साथ बातचीत की और अपने विदाई भाषण में इस मुलाकात की तुलना "मीठे पकवान" से की। मिस्र पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वहां के नेताओं और भारतीय प्रवासियों के साथ विभिन्न कार्यक्रम करेंगे।
प्रधानमंत्री अल-हकीम मस्जिद में करीब आधा घंटा बिताएंगे। अल-हकीम मस्जिद काहिरा में एक ऐतिहासिक और प्रमुख मस्जिद है जिसका नाम 16वें फातिमिद खलीफा अल-हकीम द्वि-अम्र अल्लाह (985-1021) के नाम पर रखा गया है। अल-हकीम बी-अम्र अल्लाह की मस्जिद काहिरा में दाऊदी बोहरा समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक स्थल है।
अपने पहले मिस्र दौरे के दौरान पीएम मोदी उन भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए हेलियोपोलिस वॉर ग्रेव कब्रिस्तान भी जाएंगे, जिन्होंने प्रथम विश्व युद्ध के दौरान मिस्र के लिए लड़ते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया था। पीएम मोदी मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी के निमंत्रण पर मिस्र का दौरा कर रहे हैं।
यह यात्रा महत्वपूर्ण है क्योंकि मिस्र पारंपरिक रूप से अफ्रीकी महाद्वीप में भारत के सबसे महत्वपूर्ण व्यापारिक भागीदारों में से एक रहा है। इजिप्टियन सेंट्रल एजेंसी फॉर पब्लिक मोबिलाइजेशन एंड स्टैटिस्टिक्स (CAPMAS) के अनुसार, भारत-मिस्र द्विपक्षीय व्यापार समझौता मार्च 1978 से लागू है और यह मोस्ट फेवर्ड नेशन क्लॉज पर आधारित है।
अप्रैल 2022-दिसंबर 2022 की अवधि में भारत मिस्र का पांचवां सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार था। यह उसी समय के दौरान मिस्र के सामानों का 11वां सबसे बड़ा आयातक और मिस्र का 5वां सबसे बड़ा निर्यातक था। इसके अलावा भारत और मिस्र द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर संपर्क और सहयोग के लंबे इतिहास पर आधारित एक करीबी राजनीतिक समझ साझा करते हैं।