पाकिस्तान: शहबाज शरीफ सरकार ने ईंधन कीमतों की भारी बढ़ोतरी, वित्त मंत्री ने कहा, "राष्ट्रीय हित में कड़वे फैसले लेने पड़ते हैं"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: August 1, 2023 02:02 PM2023-08-01T14:02:54+5:302023-08-01T14:05:00+5:30
पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार ने मंगलवार को ईंधन की कीमतों में भारी बढ़ोतरी का ऐलान किया। वित्तमंत्री इशाक डार ने कहा कि राष्ट्रीय हित को ध्यान में रखते हुए कुछ कड़वे फैसले लेने पड़ते हैं।
इस्लामाबाद:पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार ने मंगलवार को ईंधन की कीमतों में भारी बढ़ोतरी का ऐलान किया है। आर्थिक मंदी की मार झेल रहे पाकिस्तान की सरकार ने आवाम पर ईंधन की नई कीमतों का बोझ डालते हुए इस राष्ट्रीय हित में लिया गया फैसला बताया है।
समाचार वेबसाइट इंडिया टुडे के अनुसार पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार ने मंगलवार को पत्रकारों से बात करते हुए ईंधन के दामों में हुए इजाफे की जानकारी दी और कहा कि सरकार ने पेट्रोल और डीजल दोनों पर समान रूप से 19 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की घोषणा की है।
जानकारी के अनुसार अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ पाकिस्तान सरकार की ओर से किये गये वादे को पूरा करने के लिए ईंधन मूल्यों में दामों का इजाफा किया गया है। सरकार ने बताया कि ईंधन की नई संशोधित कीमतें तत्काल प्रभाव से लागू हो गई हैं।
वित्तमंत्री इशाक डार ने मूल्य वृद्धि की घोषणा करते हुए कहा कि कीमतों में इजाफा 31 जुलाई को होने वाली थी लेकिन सरकार ने पहले से ही मुद्रास्फीति से प्रभावित नागरिकों पर मूल्य वृद्धि के प्रभाव की समीक्षा की। उसके बाद कीमतों को बढ़ाने का फैसला लिया गया।
इसके साथ ही वित्तमंत्री डार ने कहा कि हालांकि आईएमएफ के साथ समझौतों को देखते हुए ईंधन की मूल्य वृद्धि अपरिहार्य थी और सरकार ने बढ़े हुए मुल्यों में पेट्रोलियम विकास लेवी (पीडीएल) भी लगाई है।
मंत्री डार ने कहा कि यह बेहद कठिन निर्णय था लेकिन सरकार आईएमएफ के साथ किये अपने वादों को निभाने के लिए प्रतिबद्ध थी। उन्होंने कहा कि यदि आईएमएफ समझौता नहीं होता तो शायद जनता को राहत देने के लिए पेट्रोल-डीजल की कीमतों को कम किया जा सकता था।
उन्होंने कहा “हमने दामों मे वृद्धि करते हुए भी इस बात का ख्याल रखा कि जनता पर इसका प्रतिकूल प्रभाव न पडे़ लेकिन सरकार मजबूर है कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में हाई-स्पीड डीजल की कीमतों में वृद्धि हुई है और दाम को बढ़ाना सरकार की मजबूरी है।
इसके साथ ही वित्तमंत्री ने कहा, "सरकार ने राष्ट्रीय हित को ध्यान में रखते हुए कुछ कड़वे फैसले लेने पड़ते हैं, इसी कारण ईंधन के दाम को बढ़ाना पड़ा है आवाम इस फैसले के साथ है।"