पाकिस्तान ने कहा, समझौता एक्सप्रेस विस्फोट के पीड़ितों को न्याय का है इंतजार
By भाषा | Published: February 19, 2020 02:12 AM2020-02-19T02:12:01+5:302020-02-19T02:12:01+5:30
भारत ने पाकिस्तान से जनवरी को कहा था कि वह वाघा पर पिछले पांच महीने से पड़े समझौता एक्सप्रेस ट्रेन के डिब्बों को लौटाए। जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 के प्रावधान निरस्त होने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के बाद समझौता एक्सप्रेस ट्रेन सेवा रद्द कर दी गयी थी।
पाकिस्तान ने समझौता एक्सप्रेस विस्फोट के साजिशकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए मंगलवार को कहा कि पीड़ितों को न्याय मिलने का लगातार इंतजार है। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने एक बयान में कहा कि 13 साल पहले 18 फरवरी को दिल्ली से लाहौर जाने वाली ट्रेन में हुए विस्फोट में 68 यात्रियों की मौत हो गई थी, जिसमें 40 से अधिक पाकिस्तानी नागरिक भी शामिल थे। बयान में विदेश कार्यालय ने भारत सरकार से विस्फोट के साजिशकर्ताओं को जल्द से जल्द सजा देकर न्याय करने की दिशा में कदम उठाने का आग्रह किया। बयान में कहा गया कि पीड़ितों को न्याय मिलने का लगातार इंतजार है।
पिछले महीने भारत ने पाकिस्तान से समझौता एक्सप्रेस ट्रेन में इस्तेमाल हुए अपने डिब्बों को लौटाने को कहा था
भारत ने पाकिस्तान से जनवरी को कहा था कि वह वाघा पर पिछले पांच महीने से पड़े समझौता एक्सप्रेस ट्रेन के डिब्बों को लौटाए। जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 के प्रावधान निरस्त होने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के बाद समझौता एक्सप्रेस ट्रेन सेवा रद्द कर दी गयी थी। रेलवे अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि विदेश मंत्रालय ने इस्लामाबाद से इस संबंध में अनुरोध किया था। रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई-भाषा से कहा, “हमारे (रेलवे) अनुरोध पर विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के अधिकारियों से कहा था कि जितना जल्दी हो सके वह ट्रेन के हमारे डिब्बे लौटाए।”
ट्रेन के डिब्बों को अंतिम बार आठ अगस्त 2019 को इस्तेमाल किया गया था जब पाकिस्तान ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए वाघा सीमा पर समझौता एक्सप्रेस ट्रेन रोक दी थी, जिसके कारण 117 यात्री फंस गए थे। ट्रेन को अपराह्न 12.30 पर अटारी पहुंचना था लेकिन वह शाम 5.15 बजे पहुंची जब भारतीय रेल ने ट्रेन और अपने यात्रियों को वाघा सीमा से अटारी लाने के लिए अपना इंजन, चालक दल के सदस्यों और सुरक्षाकर्मियों को भेजा था।