पाकिस्तान: इमरान खान ने कहा- मेरे एक्शन ने विपक्ष को चौंका दिया, विपक्ष ने भी शाहबाज शरीफ को किया नया प्रधानमंत्री घोषित
By रुस्तम राणा | Published: April 3, 2022 08:08 PM2022-04-03T20:08:23+5:302022-04-03T20:14:12+5:30
विपक्ष ने नेशनल असेंबली का सत्र फिर से शुरू किया और अविश्वास प्रस्ताव को खारिज करने के डिप्टी स्पीकर के आदेश को न केवल अमान्य घोषित किया, बल्कि शहबाज शरीफ को नया प्रधान मंत्री भी घोषित कर दिया है।
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने नेशनल असेंबली के भंग हो जाने के बाद अपने संबोधन में विपक्ष को निशाने में लिया। इमरान खान ने कहा, मेरी कार्रवाई ने विपक्ष को चौंका दिया है। अगर मैंने इस आश्चर्य के बारे में खुलासा किया होता, तो वे आज इतने परेशान नहीं होते। उन्होंने अपने संबोधन के दौरान "विदेशी साजिश" के दावे को एकबार फिर से दोहराया है। इमरान खान ने अपने खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर बार-बार अमेरिका को निशाने पर लिया है।
वहीं संसद भंग हो जाने के बाद विपक्ष ने नेशनल असेंबली का सत्र फिर से शुरू किया और अविश्वास प्रस्ताव को खारिज करने के डिप्टी स्पीकर के आदेश को न केवल अमान्य घोषित किया, बल्कि शाहबाज शरीफ को नया प्रधान मंत्री भी घोषित कर दिया है। पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के भाई शहबाज शरीफ ने भी नए प्रधानमंत्री के तौर पर विधानसभा को संबोधित किया।
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की नेता शेरी रहमान ने एक वीडियो ट्वीट किया जिसमें उन्होंने दावा किया कि 197 सदस्यों ने पीएमएल-एन के सांसद अयाज सादिक को नया अध्यक्ष चुना है।
197 opposition members by counting via Division excluding Ayaz Sadiq https://t.co/Nh0WT5uHbd
— SenatorSherryRehman (@sherryrehman) April 3, 2022
उधर, पाकिस्तान में मचे संवैधानिक संकट को लेकर वहां की सुप्रीम कोर्ट ने मामले में स्वतः संज्ञान लिया है। शीर्ष अदालत के प्रवक्ता ने कहा कि प्रधान न्यायाधीश ने देश की मौजूदा स्थिति पर स्वत: संज्ञान लिया है। नेशनल असेंबली के उपाध्यक्ष कासिम सूरी के फैसले को रद्द करने के लिए संयुक्त विपक्ष ने एक याचिका तैयार की है। संयुक्त विपक्ष के नेताओं के साथ-साथ सत्तारूढ़ दल के नेता भी शीर्ष अदालत पहुंचे। हालांकि अदालत ने कल तक के लिए सुनवाई टाल दी।
एक अत्यधिक विवादास्पद कदम के तहत प्रधानमंत्री खान ने रविवार को मध्यावधि चुनाव की सिफारिश करके विपक्ष को चौंका दिया। इसके कुछ मिनट पहले उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को उपाध्यक्ष द्वारा खारिज कर दिया गया था। खान ने 342 सदस्यीय नेशनल असेंबली में प्रभावी रूप से बहुमत खो दिया था। उन्होंने राष्ट्र के नाम एक संक्षिप्त संबोधन में यह घोषणा की। कुछ मिनट बाद, राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने प्रधानमंत्री की सलाह के अनुसार नेशनल असेंबली को भंग कर दिया।